नई दिल्ली: विधायक आकाश विजयवर्गीय की बल्लेबाजी ने उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को संकट में डाल दिया है। कैलाशजी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं इसलिए नेशनल मीडिया पर आकाश की आड़ में उनपर जमकर निशाना साधा गया। समूचे घटनाक्रम से पार्टी की हुई छीछालेदर ने शीर्ष नेतृत्व को नाराज कर दिया। यही कारण है कि मंगलवार को नई दिल्ली में आहूत की गई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने सख्त लहजे में इस तरह की घटनाओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने आकाश का नाम लिए बिना कहा कि ऐसी किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पीएम मोदी ने पार्टी की बदनामी का सबब बन रहे नेता पुत्रों और उनकी हरकतों का स्वागत कर रहे लोगों को पार्टी से निकाल बाहर करने की तक की बात कह दी।
पीएम मोदी के इन तेवरों से बीजेपी में हड़कंप मच गया है वहीं कैलाशजी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अभी तक आकाश का साथ दे रहे पार्टी नेताओं ने कन्नी काट ली है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह सहित प्रदेश के तमाम नेता पीएम की नाराजगी को देखते हुए चुप्पी साध गए हैं। बताया जाता है कि दिल्ली में ही मौजूद कैलाशजी ने पीएम मोदी की नाराजगी के बाद संगठन महामंत्री रामलाल से चर्चा की।
प्रदेश संगठन जारी कर सकता है नोटिस।
सियासी हलकों में कहा जा रहा है कि पीएम मोदी के रुख को देखते हुए मप्र बीजेपी संगठन आकाश विजयवर्गीय के साथ ही कानून हाथ में लेने वाले प्रहलाद पटेल और कमल पटेल के पुत्रों को भी नोटिस जारी कर जवाब तलब कर सकता है।
संगठन का निर्णय सर्वोपरि।
पीएम मोदी की नाराजगी के बाद संगठन के तेवर को देखते हुए विधायक रमेश मेंदोला ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि आकाश को लेकर संगठन जो भी फैसला लेगा वह मान्य होगा।