इंदौर : जिले में कोरोना से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुसार ग्राम पंचायत से लेकर जिले की सभी नगर पंचायतों और इंदौर नगर निगम के सभी वार्डों में आपदा प्रबंधन समिति का गठन कर लिया गया है। इन समितियों के पदाधिकारियों की बैठकें आयोजित करने का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया है। इसी कड़ी में इंदौर के रवींद्र नाट्य गृह में जिले की सभी विकासखंड स्तरीय आपदा प्रबंधन समितियों की बैठक रखी गई। बैठक की अध्यक्षता इंदौर जिले के प्रभारी व जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने की।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, विधायक विशाल पटेल, जीतू पटवारी, विधायक जीतू जिराती, मनोज पटेल, राजेश सोनकर, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष कविता पाटीदार, राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य मौजूद थे।
सभी की सहभागिता से ही किया जा सकता है कोरोना महामारीं का मुकाबला।
मंत्री तुलसी सिलावट ने इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसी महामारी, आपदा व संकट हमने पहली बार देखा है। बहुत बड़ी चुनौती हमारे सामने आयी है । गत वर्ष के कोरोना संक्रमण की तुलना में इस वर्ष कोरोना वायरस का प्रभाव बहुत ज्यादा है। इससे निपटने के लिए कारगर प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार अपने स्तर पर तो प्रयास कर रही है परन्तु समाज की सक्रिय सहभागिता भी जरूरी है। समाज के सभी वर्गों की एकजुटता इस लड़ाई से जीतने के लिये जरूरी है। सभी अपने-अपने गांव एवं परिवार को सुरक्षित रखें। गांवों को कोरोना मुक्त रखने के लिये युद्ध स्तर पर प्रयास करें। संक्रमित होते ही प्रारंभिक स्तर पर उपचार शुरू हो यही हमारा प्रयास होना चाहिए। हमने जिले के सभी 312 ग्राम पंचायतों में कोविड केयर सेन्टर बनाए हैं। 8 हजार से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था इनमें है। हमारा दायित्व है कि मरीजों को यहाँ भर्ती कराएं। उनका उपचार कराएं और उनके जीवन की सुरक्षा करें।
मंत्री सिलावट ने कहा कि ये समय सेवा का, समर्पण का समय है। धैर्य के साथ मानव जीवन की सुरक्षा का समय है। आप सभी से आग्रह है कि अपनी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार कार्य कर समाज को बचाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर इंदौर के खंडवा रोड स्थित राधा स्वामी सत्संग परिसर में बनाया गया है। यह सर्वसुविधा युक्त है तथा अन्य जिलों के लिए प्रेरणास्पद भी है। उन्होंने कहा कि एकजुटता एवं संकल्प के साथ इस आपदा का सामना करे ।
समस्या है तो समाधान भी है।सभी के प्रयासों से कोरोना के खिलाफ जंग जरुर जीतेंगे।
ग्राम पंचायत स्तर पर कोविड सेंटरों में मौजूद हैं सभी सुविधाएं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने ग्राम पंचायत स्तर, विकासखंड स्तर तथा वार्ड स्तर पर गठित की जा रही समितियों की गतिविधियों, दायित्व, उनकी कार्य प्रणाली आदि के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंदौर जिले में कोरोना से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, समाज के सभी वर्गों के लोगों के सहयोग से कोरोना की जंग जीतने के लिए तेजी से कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों का सहयोग लेकर इस आपदा से आसानी से निपटा जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि आपदा प्रबंधन समिति की सक्रिय भूमिका हर स्तर पर सुनिश्चित की जाए। नियमित रूप से बैठकें आयोजित हो। उन्होंने इंदौर जिले में कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। यहां कूलर, भोजन, साफ-सफाई आदि की समुचित व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्थाएं पंचायत द्वारा कराई गई हैं। दवाइयां भी वितरित की जा रही हैं। सर्दी, खांसी, बुखार के पीड़ित ग्रामीणों की स्थानीय स्तर पर जांच कराने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि जैसे ही मरीज पॉजिटिव मिलता है उसे तुरंत कोविड केयर सेंटर में एडमिट किया जाए। यह ध्यान रखा जाए कि वह अनावश्यक रूप से इधर-उधर नहीं घूमे और दूसरों को संक्रमित नहीं करें। वह पूरी तरह आइसोलेशन में रहे। हर मरीज के इलाज की पुख्ता व्यवस्था की गई है। ग्रामीणजन जनता कर्फ्यू का सख्ती पालन करें।
बैठक में डॉ. निशांत खरे, जीतू पटवारी, जीतू जिराती, विशाल पटेल आदि ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कार्यक्रम का संचालन पूर्व विधायक डॉ राजेश सोनकर ने किया। अंत में अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर ने आभार माना।