नई दिल्ली.बलात्कार के आरोप में जेल में बंद विवादित धर्मगुरु आसाराम बापू की जमानत याचिका सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी. आसाराम के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में मेडिकल आधार पर जमानत दिए जाने के लिए अर्जी दायर की थी.
सुप्रीम कोर्ट ने अर्जी पर सुनवाई करते हुए कहा कि जांच रिपोर्ट से साफ है कि उनकी शारीरिक स्थिति ऐसी नहीं है कि उन्हें जमानत दिए जाने की जरूरत हो. साथ ही कोर्ट ने दायर की गई मेडिकल रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए. कोर्ट ने आसाराम द्वारा फर्जी मेडिकल दस्तावेज जमा कराने के मामले में नई एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं.साथ ही कोर्ट ने आसाराम पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आसाराम ने खुद ही बिना कोई कारण बताए एमआरआई कराने से इंकार कर दिया है. जिससे साफ है कि उनकी हालत ज्यादा खराब नहीं है, इसलिए इन मेडिकल रिपोर्ट को आधार बनाकर जमानत नहीं दी जा सकती.
तीन साल से जोधपुर जेल में बंद हैं आसाराम
गौरतलब है कि आसाराम बलात्कार के आरोप में पिछले तीन साल से जोधपुर जेल में बंद हैं. राजस्थान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि जमानत के लिए आसाराम के पैरोकार ने जेल अधीक्षक का फर्जी पत्र लगाया है. फर्जी पत्र में दावा किया गया था कि आसाराम की हालत इतनी खराब हो गई है कि वह दैनिक क्रियाएं भी बिस्तर पर ही करते हैं.
आसाराम के वकील पहले भी कर चुके हैं जमानत की मांग
आसाराम के वकील इससे पहले भी मेडिकल ग्राउंड पर उनकी जमानत की मांग कर चुके हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट से उन्हें अभी तक राहत नहीं मिल पाई है. बताते चलें कि अगस्त, 2013 में एक नाबालिग लड़की ने आसाराम पर जोधपुर आश्रम में उसके साथ यौन शोषण करने का आरोप लगाया था.
रेप पीड़िता के पिता ने दिल्ली में दर्ज कराई थी रिपोर्ट
पीड़िता के पिता ने दिल्ली जाकर आसाराम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल टेस्ट करवाने के बाद केस राजस्थान पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था. राजस्थान पुलिस ने आसाराम को पूछताछ के लिए 31 अगस्त, 2013 तक का समय देते हुए सम्मन जारी किया था. समन के बावजूद आसाराम हाजिर नहीं हुए थे.
प्रवचन देने के दौरान आसाराम बापू को किया गया था गिरफ्तार
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 342, 376 और 506 के अन्तर्गत केस दर्ज किया था. पुलिस ने इंदौर में आसाराम को प्रवचन देने के दौरान 1 सितंबर, 2013 को गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें जोधपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. तभी से विवादित धर्मगुरु आसाराम जेल में बंद हैं.