तुलसीनगर स्थित राम जानकी मंदिर में सीता नवमी पर माता सीता को अर्पित किए गए 56 भोग।
अभिषेक, हवन और महाआरती के भी हुए आयोजन।
इंदौर : तुलसी नगर अनंतेश्वर धाम स्थित राम जानकी मंदिर में गुरुवार को जनक नंदिनी माँ सीता का प्राकट्य दिवस – `सीता नवमी’ के रूप में श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भगवान् श्रीराम, माँ जानकी का भव्य श्रृंगार, अभिषेक एवं हवन किया गया। शाम को माता सीता को छप्पन भोग समर्पित किया गया। बाद में महाआरती का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के रहवासी व श्रद्धालुओं ने भाग लेकर माता सीता और प्रभु श्रीराम की आराधना की। इस अवसर पर महिला मंडली द्वारा सुन्दर काण्ड का भी आयोजन किया गया।
सीता नवमी के चलते गुरुवार सुबह से ही बड़ी संख्या में क्षेत्र के श्रद्धालुओं का तुलसी नगर के अनंतेश्वर धाम स्थित राम जानकी मंदिर में तांता लगा रहा। यह क्रम देर रात तक चलता रहा।
धरती से हुआ था माँ सीता का प्राकट्य।
हिंदू पंचांग के अनुसार, सीता नवमी, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन लक्ष्मी स्वरूपा माता सीता धरती से प्रकट हुई थी। मान्यता है कि इस दिन माता सीता की विधिवत पूजा करने से व्यक्ति को हर दु:ख-दर्द, तथा वैवाहिक जीवन में चली आ रही समस्याओं से छुटकारा मिलता है। शादीशुदा महिलाएं इस दिन पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं।
अनंतेश्वर सामाजिक सेवा संस्था के संरक्षक केके झा, राजेश तोमर, संजय यादव, अध्यक्ष सीताराम पटिल, सचिव तुलसी राम यादव ने कहा कि तुलसी नगर स्थित अनंतेश्वर धाम में कॉलोनी के रहवासियों एवं क्षेत्र के श्रद्धालुओं के सहयोग से अनंतेश्वर महादेव मंदिर के साथ दिव्य राम जानकी एवं माँ अम्बे के नवनिर्मित मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह अनंतेश्वर सामाजिक सेवा संस्था एवं तुलसी सरस्वती सोशल वेलफेयर सोसाइटी ते तत्वावधान में संपन्न हुआ है। उन्होंने कहा की तुलसी नगर स्थित माँ सरस्वती मंदिर एवं अनंतेश्वर धाम पुरे निपानिया, पिपलियाकुमार एवं पूर्वी क्षेत्र के एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित हो चूका है।यहां शहर के श्रद्धालु आकर माँ सरस्वती, माँ अम्बे, चन्द्रमोलेश्वर, अनंतेश्वर महादेव, पवनसुत हनुमान, काल भैरव एवं शनि महाराज के दर्शन- पूजन का लाभ लेते हैं।