इंदौर : शहर के अनलॉक होने के बाद लोग लापरवाह हो गए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग, सेनिटाइजिंग और फेस मास्क पहनने जैसी जरूरी सावधानियां नहीं बरतने का ही परिणाम है कि कोरोना संक्रमण फिर उछाल मारने लगा है। टेस्टिंग के 2 से 3 फीसदी तक सिमट जाने वाले संक्रमण के आंकड़े अब 5 फीसदी तक पहुंच गए हैं। मृत्यु दर इंदौर में पहले ही राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है, ऐसे में आनेवाले समय में हालात गंभीर हो सकते हैं।
78 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि।
सोमवार 6 जुलाई के जो आंकड़े सीएमएचओ कार्यालय से जारी किए गए हैं, उनके मुताबिक 1692 सैम्पल जांच हेतु भेजे गए थे। 1682 सैम्पलों की जांच की गई। 1588 सैम्पल निगेटिव पाए गए जबकि 78 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इनका औसत निकाला जाए तो करीब 5 फीसदी होता है जो बढ़ते खतरे का संकेत दे रहें हैं। 4 सैम्पल रिपीट पॉजिटिव मिले। 12 जांच योग्य नहीं होने से खारिज किए गए।
आज दिनांक तक के आंकड़ों की बात की जाए तो इंदौर में 94545 सैम्पलों की जांच की गई। इनमें से 4954 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि करीब 77 फीसदी मरीज ठीक भी हुए हैं।
57 मरीजों ने कोरोना संक्रमण पर पाई विजय।
सोमवार को 57 मरीजों को कोविड अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिलाकर अब तक 3838 मरीज कोरोना को शिकस्त देने में सफल रहे हैं। 867 मरीजों का इलाज फिलहाल चल रहा है।
3 मरीजों की मौत, मृत्यु दर बनीं हुई है 5 फीसदी।
सोमवार को 3 और मरीज कोरोना के खिलाफ लड़ाई हार गए। इसके साथ अभी तक कुल 249 मरीज कोरोना से अपनी जान गंवा चुके हैं। याने मृत्यु दर अभी भी 5 फीसदी से ज्यादा बनीं हुई है।