मेरे खिलाफ भी चला था ऐसा ही अभियान।
महापौर के बचाव में मुखर होते हुए बोले मंत्री विजयवर्गीय।
मीडिया के एक हिस्से पर मढ़ा नकारात्मक प्रपोगेंडा का आरोप।
इंदौर : बारिश में पानी में डूबती सड़कें,शहर भर में खुदी सड़कें, गड्ढों से पटी सड़कों के पेचवर्क में हो रही लेटलाली और मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से शहर में फेल रही बीमारियों के चलते महापौर पुष्यमित्र भार्गव मीडिया और आम लोगों के निशाने पर हैं। लोग सोशल मीडिया पर भी उन्हें निशाना बना रहे हैं। इसी को लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से जब सवाल किया गया तो उन्होंने महापौर का बचाव करते हुए इसे शहर व महापौर को बदनाम करने की साजिश करार दिया।
बीते तीन – चार माह से चलाया जा रहा बदनाम करने का अभियान।
मंत्री विजयवर्गीय का दावा था कि इंदौर व महापौर को सुनियोजित ढंग से बदनाम करने का अभियान बीते तीन – चार माह से चलाया जा रहा है। महापौर व उनकी टीम ने शहर के विकास को नए आयाम देने के साथ कई नवाचार भी किए हैं लेकिन उसको दरकिनार कर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। मंत्री विजयवर्गीय का कहना था कि इस अभियान में कुछ धंधेबाज पत्रकार भी शामिल हैं। उन्हें भी इसी तरह निशाना बनाया जाता रहा है।मेरा तो कुछ नहीं बिगड़ा पर मेरे खिलाफ लिखने वाले पत्रकार आज कहीं नहीं हैं।
शहर की काया पलटी है बीजेपी ने।
मंत्री विजयवर्गीय ने दावा किया कि बीजेपी की निगम परिषद और प्रदेश सरकार ने मिलकर इंदौर के विकास को नए आयाम दिए हैं। कई पुल, पुलियाएं, चौड़ी सड़कें सहित आधारभूत संरचना को विकसित करने का काम बीजेपी ने किया है। पहले कई क्षेत्र ऐसे होते थे, जिनका बारिश के दिनों में संपर्क कट जाता था। नाव के जरिए वहां रह रहे लोगों को रेस्क्यू करना पड़ता था, पर अब वो इलाके भी विकसित हो गए हैं। ऐसे बहुत कम स्थान हैं जहां अब जल जमाव की स्थिति बनती है। उन्होंने कहा कि केवल शहर को बदनाम करना ही जिनका मकसद है, वही लोग लगातार नकारात्मक अभियान छेड़े हुए हैं।