महाराष्ट्र साहित्य सभा का 61 वा शारदोत्सव।
स्मारिका मालविका का विमोचन।
इंदौर : मराठी भाषियों की 107 वर्ष पुरानी साहित्यिक संस्था महाराष्ट्र साहित्य सभा के 61 वे शारदोत्सव का आयोजन एम. जी.रोड स्थित गांधी हॉल में किया गया। महाराष्ट्र के ख्यात लेखक, निर्देशक अभिराम भड़कमकर की अध्यक्षता में शारदोत्सव का आगाज दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।यशवंतराव होलकर, बृहन्महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष मिलिंद महाजन कार्यक्रम के विशेष अतिथि थे। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन,महाराष्ट्र साहित्य सभा के ट्रस्टी अशोक चितले, कार्याध्यक्ष संदीप नावलेकर,हेमंत मुंगी,अश्विन खरे और प्रफुल्ल कस्तूरे भी इस दौरान मौजूद रहे।
अभिराम भड़कमकर के अध्यक्षीय उद्बोधन के बाद स्मरणिका “मालविका” का विमोचन प्रधान समादक मदन बोबड़े, सहयोगी मृगेन गदेवाडीकर और विनीता धर्म ने अतिथियों के हाथों कराया।
नृत्याविष्कार ऋतुचक्र की दी गई मनोहारी प्रस्तुति।
पहले दिन कार्यक्रम के दूसरे चरण में नृत्य अविष्कार की अभिनव प्रस्तुति “ऋतुचक्र” की प्रस्तुति नृत्य संस्था सरगम संगीत विद्यालय,ध्रुपद डांस एकेडमी और छंदक कला एकेडमी के कलाकारों द्वारा दी गई।6 ऋतुओं परआधारित नृत्य, गीत,,गायन और वादन के अदभुत तालमेल से सजे इस इंद्रधनुषी कार्यक्रम की प्रस्ततियो ने दर्शकों का मन मोह लिया।।कार्यक्रम संकल्पना रंजना ठाकुर की थी। संचालन अर्चना चितले ने किया।रंगमंच सहयोग मिलिंद देशपांडे,अनिल चापेकर का था।
प्रारंभ में अशोक चितले,मुकुंद कुलकर्णी, संदीप नावलेकर,हेमंत मुंगी,अश्विन खरे,प्रफुल्ल कस्तूरे ने अतिथियों का स्वागत किया। कलाकारों का स्वागत कार्यकारिणी सदस्यों ने किया।। प्रथम सत्र का संचालन विनीता धर्म ने किया। आभार हेमंत मुंगी ने माना।