सड़क निर्माण में हुआ करोड़ों का भ्रष्टाचार।
12 इंच की सड़क को 11 इंच की बनवाने वाले इंजीनियरों से की जाए 3 करोड़ की वसूली।
निगम दर्ज कराए आपराधिक प्रकरण – शुक्ला।
इंदौर : कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि इंदौर नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत निर्माणाधीन एमजी रोड सड़क की गुणवत्ता की जांच आईआईटी इंदौर से कराई जाए ।
शुक्ला ने इस सड़क के निर्माण में इंदौर नगर निगम के इंजीनियरों द्वारा ठेकेदार के साथ सांठगांठ कर गुणवत्ता से किए समझौते को शर्मनाक बताया है।
5 करोड़ के घोटाले का आरोप।
उन्होंने कहा कि यह सड़क 12 इंच की बनना थी लेकिन हाल ही में जब रिपेयरिंग के काम के लिए खुदाई की गई तो स्पष्ट हुआ कि 11 इंच की ही सड़क बनाई गई है।यह अपने आपमें एक बड़ा घोटाला है। इस घोटाले के माध्यम से इंजीनियर और ठेकेदार द्वारा मिलकर ₹5 करोड़ का घपला किया गया है ।
दर्ज हो आपराधिक प्रकरण।
विधायक शुक्ला ने कहा कि अब यह आवश्यक है कि इस मामले में नगर निगम प्रशासन भ्रष्ट अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें । इस प्रोजेक्ट में जिन दैनिक वेतन भोगी इंजीनियरों को लगाया गया था उन सभी को तत्काल नौकरी से बर्खास्त किया जाए । इस प्रोजेक्ट के प्रभारी निगम के अधीक्षण यंत्री डीआर लोधी को तत्काल निलंबित करने के साथ-साथ उनके खिलाफ विभागीय जांच की जाए । इस सड़क को 12 इंच की जगह 11 इंच का बनाकर घोटाला करने वाले निगम के इंजीनियरों और ठेकेदार के खिलाफ धारा 420, 406, 409 के तहत पुलिस थाने में आपराधिक प्रकरण इंदौर नगर निगम द्वारा दर्ज कराया जाए।
आईआईटी से सड़क की गुणवत्ता की कराए जांच।
विधायक शुक्ला ने इस सड़क की गुणवत्ता की जांच आईआईटी इंदौर की टीम से कराने की भी मांग की। राज्य सरकार को नगर निगम की ओर से यह अनुशंसा की जाए कि इस प्रोजेक्ट के प्रभारी इंजीनियर को नौकरी से बर्खास्त करें । उन्हें कंपलसरी रिटायरमेंट दिया जाए उनकी पेंशन ग्रेच्युटी रोकी जाए।