इंदौर : कोरोना संक्रमण में आई जबरदस्त तेजी से बिगड़े हालात के बीच कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी मनीष कपूरिया ने गुरुवार को इंदौर प्रेस क्लब के मंच पर आकर मीडियाकर्मियों के समक्ष सिलसिलेवार ढंग से अपनी बात रखी।कलेक्टर मनीष सिंह ने वर्तमान हालात और उससे निपटने के लिए प्रशासन की ओर से उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने माना कि व्यवस्थाओं में कुछ कमियां हो सकती हैं लेकिन प्रशासन उपलब्ध संसाधनों के साथ अतिरिक्त संसाधन जुटाकर हालात से जूझने का प्रयास कर रहा है। कलेक्टर ने कहा कि ये समय आरोप- प्रत्यारोप का नहीं है। हम सब मिलकर ही इस समस्या से निपट सकते हैं। मीडिया के साथ आम लोगों का सहयोग भी इसमें जरूरी है।
बाहर के मरीजों के कारण आया अतिरिक्त भार।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये कोरोना की दूसरी लहर है। हालांकि इंदौर में इसे तीसरी लहर कहा जा सकता है क्योंकि दूसरी लहर बीते वर्ष अगस्त- सितंबर में आई थी। कलेक्टर के मुताबिक इस बार संक्रमण बहुत तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। आसपास के जिलों के गंभीर मरीज भी इंदौर का रुख कर रहे हैं।महाराष्ट्र तक से मरीज यहां आ रहे हैं। इसके चलते उपलब्ध संसाधनों पर अतिरिक्त भार पड़ा है। अभी तक 83 अस्पतालों को कोविड के मरीजों की देखभाल के लिए जोड़ा किया गया है। इनमें करीब 7 हजार बेड आरक्षित हैं। इनमें करीब 2500 बेड आईसीयू के हैं, जो लगभग सभी भरे हुए हैं। प्रशासन अतिरिक्त संसाधन जुटाने का हरसम्भव प्रयास कर रहा है।
ऑक्सीजन की कमीं को किया जा रहा दूर।
कलेक्टर मनीष सिंह के अनुसार कोरोना ग्रसित गंभीर मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ने के कारण ऑक्सीजन की खपत बहुत बढ़ गई है। बढ़ी हुई खपत को पूरा करने के लिए गुजरात और भिलाई से लिक्विड ऑक्सीजन के टैंकर बुलवाए जा रहे हैं। परिवहन में कोई दिक्कत न आए इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। इसी के साथ स्थानीय प्लांट से भी सिलेंडर भरवाए जा रहे हैं। ऑक्सीजन के अपव्यय को भी रोका जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि देशभर में एक साथ संक्रमित मामले बढ़ने से समस्या बढ़ी है। ऑक्सीजन की आपूर्ति सुगम बनाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
राधास्वामी में बनाया जा रहा 7 हजार बिस्तरों का कोविड केअर सेंटर।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि तमाम सुविधाओं से युक्त कोविड केअर सेंटर खंडवा रोड स्थित राधास्वामी सत्संग परिसर में बनाया जा रहा है। यहां 7 हजार बिस्तरों का इंतजाम रहेगा। मरीजों के भोजन, पानी का प्रबंध राधास्वामी सत्संग की ओर से किया जा रहा है।
22 अप्रैल के बाद बढ़ेगी रेमडेसीवीर की सप्लाई।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम में उपयोगी रेमडेसीवीर की किल्लत को स्वीकार करते हुए कहा कि फार्मा कम्पनियों ने नया उत्पादन शुरू कर दिया है। 20-22 अप्रैल के बाद कम्पनियां नया स्टॉक रिलीज करना प्रारंभ कर देंगी। रेमडेसीवीर की उपलब्धता बढ़ने से ऑक्सीजन की डिमांड भी कम हो सकेगी। मनीष सिंह के अनुसार दिसंबर जनवरी में कोरोना के केसेस बहुत कम हो गए थे। इसके चलते कम्पनियों ने रेमडेसीवीर का उत्पादन बन्द कर दिया था। फरवरी के मध्य से केसेस फिर बढ़ना शुरू हुए और उनमें अचानक तेजी आ गई। अभी तक कम्पनियां बचा हुआ स्टॉक रिलीज कर रही थीं। मार्च के आखरी सप्ताह से उन्होंने रेमडेसीवीर का प्रोडक्शन फिर से प्रारम्भ कर दिया है। समूची प्रोसेस पूरी कर वे नया स्टॉक 20 22 तक रिलीज कर देगी। इससे काफी हद तक समस्या हल हो जाएगी।
मास्क और टीकाकरण ही हैं बचाव के उपाय।
कलेक्टर मनीष सिंह ने दोहराया कि मास्क व टीकाकरण ही कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं। कोरोना के टीके की कोई कमीं नहीं है। पूरे शहर में 450 टीमें टीकाकरण के लिए तैनात की गई हैं। 45 वर्ष से अधिक उम्र के 10 लाख लोगों को टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक साढ़े 5 लाख लोगों ने टीका लगवाया है। कलेक्टर ने लोगों से आग्रह किया कि वे टीकाकरण केंद्र जाकर टीका जरूर लगवाएं। यह पूरीतरह सुरक्षित है। इससे कोरोना से बचाव सुनिश्चित हो सकेगा।
मिलकर ही लड़ सकते हैं इस महामारीं से।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि कोरोना महामारीं की चुनौती से मिलकर ही लड़ा जा सकता है।इसमें समाज के हर वर्ग का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोग स्वयं घर में रहें। मास्क लगाएं और कोरोना गाइडलाइन का पालन करें।
लोग अपनी जिम्मेदारी समझे।
डीआईजी मनीष कपूरिया ने इस मौके पर कहा कि लोग अपनी जिम्मेदारी को समझे और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। ये त्योहारों का समय है, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम संयम बरतें और मिलकर इस महामारीं का मुकाबला करें।
कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी कपूरिया ने पत्रकारों के सवालों के भी जवाब दिए। इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी और महासचिव हेमंत शर्मा भी इस अवसर पर मौजूद रहे।