इंदौर : महाराष्ट्र समाज राजेन्द्र नगर और तरुण मंच के सदस्यों ने एक ऐसे व्यक्तित्व को सम्मानित किया, जिन्होंने देश की रक्षा करने में अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी । वर्ष 1971 में भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत की विजय के कई हीरोज हमारे शहर और आस पास मौजूद हैं । इस विजय को 50 वर्ष बीत गए लेकिन उस विजय के हीरो आज गुमनामी में अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहें हैं। उन्हें गुमनामी के अंधेरे से बाहर निकालने के साथ ही उचित सम्मान प्रदान करने की जिम्मेदारी वर्तमान पीढ़ी की है ।
राजेंद्रनगर के पास धनवंतरी नगर में शुभम अपार्टमेंट्स में ऐसे ही एक हीरो रहते हैं, फायटर पायलट इंजीनियर श्रीराम गोले । 73 वर्षीय गोले ने सन 62, 65 और सन 71 के युद्ध मे भारतीय वायु सेना की ओर से युद्ध में वीरतापूर्वक हिस्सा लिया। उन्होंने 1971 के युद्ध में भारत को गौरवशाली विजयश्री दिलवाने में महती भूमिका निभाई ।
वे लंबे समय से धनवन्तरी नगर इंदौर में निवासरत हैं लेकिन उनकी वीरता की कहानियों से शहरवासी, मोहल्लेवासी और यहां तक की पड़ोसी भी अनजान थे, क्योंकि सच्चे सैनिक अपनी वीरता का गुणगान कभी अपने मुंह से नहीं करते हैं ।
महाराष्ट्र समाज, तरुण मंच के सदस्यों को दो दिन पूर्व जब उनके बारे में पता चला तो तत्काल उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। रविवार सुबह बड़ी संख्या में महाराष्ट्र समाज राजेन्द्र नगर व तरुण मंच के कार्यकर्ता श्री गोले के निवास पर पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया।
अपने सम्मान से अभिभूत श्री गोले ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए सन 71 के युद्ध के दौरान वायुसेना के शौर्य प्रदर्शन के किस्से सुनाए । उनकी बातें सुन लोग रोमांचित हो गए। कई लोगों की आंखें सजल हो गई। श्री गोले ने बताया की 71 के युद्ध में उनकी तैनाती अमृतसर एयरपोर्ट पर थी, जबकि धर्मपत्नी हजारों किमी दूर हैदराबाद में अकेली थी और गर्भवती थी । उसकी देखभाल के लिए कोई नहीं था , इसी दौरान उन्होंने पुत्री को जन्म दिया था । मैदान में सैनिक लड़ता है लेकिन परिवार वाले उससे दूर रहकर भी लड़ाई में जीत का हौसला बनाए रखने में भरपूर मदद करते हैं ।
भारत माता की जय के गगन चुम्बी घोष के साथ इस स्वर्णिम सम्मान कार्यक्रम का समापन हुआ ।
1971 की विजय के जांबाज योद्धा फाइटर पायलट श्रीराम गोले का आत्मीय सम्मान
Last Updated: December 26, 2021 " 10:14 pm"
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