इंदौर : भारतीय किसान संघ किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य देने की मांग को लेकर 8 सितंबर को जिला स्तर पर देशव्यापी धरना आंदोलन करेगा। ये जानकारी किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने शुक्रवार को इंदौर प्रेस क्लब में चाय पर चर्चा के दौरान दी। उन्होंने कहा कि हमने अपनी मांग पर चर्चा के लिए केंद्र सरकार को 31 अगस्त तक का समय दिया है। अगर सरकार सकारात्मक रुख नहीं अपनाती है, तो भारतीय किसान संघ 8 सितंबर को देशव्यापी धरना आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि बीती 7- 8 अगस्त को हरियाणा के ग्राम झिंझोली में किसान संघ के 36 प्रांतों से आए पदाधिकारियों की बैठक में किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने सहित अन्य मांगों को केंद्र सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया।
समर्थन नहीं लाभकारी मूल्य चाहिए।
किसान संघ के महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य से किसान का भला नहीं होता। उन्हें लागत पर लाभकारी मूल्य दिया जाना चाहिए। चौधरी ने कहा कि प्रमुख रूप से हमारी यही मांग है। इसी के साथ एक बार मूल्य घोषित होने के बाद महंगाई के अनुपात में वास्तविक मूल्य का भुगतान करना और घोषित मूल्य से कम पर विक्रय को अपराध मानना होगा। चौधरी के मुताबिक सरकार को उपज के लाभकारी मूल्य को लेकर कानून बनाना चाहिए।
राकेश टिकैत के आंदोलन से हमारा संबंध नहीं।
चौधरी ने कहा कि भारतीय किसान संघ शुद्ध रूप से किसानों का संगठन है और उन्हीं की लड़ाई लड़ता है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत के किसान आंदोलन से उनका कोई लेना देना नहीं है।
नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं।
भारतीय किसान संघ के महामंत्री बद्री नारायण चौधरी के अनुसार केंद्र द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं। वे उनमें केवल कुछ संशोधन चाहते हैं। उनमें उपज का लाभकारी मूल्य और किसान न्यायालयों की स्थापना प्रमुख है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को लेकर उनका कहना था कि यह सिस्टम पहले से चला आ रहा है। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के साथ किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करते रहे हैं। अब इस बारे में बनाए कानून का जो विरोध हो रहा है, वो समझ से परे है।