केंद्रीय जेल में बंद भाइयों को राखी नहीं बांधने देने पर नाराज बहनों ने लगाया जाम

  
Last Updated:  August 11, 2022 " 07:14 pm"

जेल प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी।

मामला गृहमंत्री के संज्ञान में आने के बाद मिली अनुमति।

बहने 11 व 12 अगस्त को बहनें जेल में बंद भाइयों को बांध सकेंगी राखी।

इंदौर : भाई – बहन के स्नेह और अटूट रिश्ते को ताजगी देने वाला पर्व है ‘रक्षाबंधन’। बहनों को इस पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है। यही वजह है कि किसी अपराध के चलते जेलों में बंद अपने भाइयों को भी राखी बांधने बड़ी तादाद में बहनें पहुंचती है। जेल प्रशासन भी हर साल उनके लिए खास इंतजाम करता है ताकि इस पर्व की खुशियां भाई – बहन आपस में बांट सके पर इस बार जेल प्रशासन की हठधर्मिता के कारण इंदौर की केंद्रीय जेल पहुंची बहनें जेल में बंद अपने भाइयों को राखी नही बांध पाई। इस बात से नाराज बहनों ने जेल के बाहर रोड पर जाम लगा दिया और जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

दूर – दूर से आई थी बहनें।

केंद्रीय जेल इंदौर में बंद अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने और उनका मुंह मीठा कराकर अपराध से तौबा करने का वचन लेने की कामना लिए सैकड़ों बहनें दूर – दूर से आई थीं। बारिश और बाढ़ की परवाह न करते हुए अपने भाई से मिलने और उसकी कलाई पर रेशम की डोर सजाने की तमन्ना उन्हें यहां खींच लाई थी।मप्र के विभिन्न जिलों के साथ यूपी, राजस्थान और अन्य राज्यों से आई बहनें भी इनमें शामिल थीं। जेल प्रशासन ने इन्हें राखी बांधने की अनुमति नहीं दी और जेल के बाहरी गेट को भी बंद करवा दिया। पुलिस बुलवाकर उसकी तैनाती भी गेट के बाहर कर दी गई। जेल प्रशासन का तर्क था कि कोरोना काल के दौरान बीते दो वर्षों में रक्षाबंधन पर बहनों को राखी बांधने अनुमति नहीं दी गई थी, इस बार भी नहीं दी जाएगी । उसका कहना था कि बहनें जेल में बंद भाइयों के लिए लाई राखियां और मिठाई जमा करवा दें, उन्हें भाइयों तक पहुंचा दिया जाएगा।

जेल प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन, लगाया जाम।

जेल प्रशासन के रवैए से नाराज बहनों ने जेल के सामने प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। उन्होंने जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। पुलिस ने उन्हें समझाइश देकर हटाने का प्रयास किया पर वे नहीं मानी। बहनों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा। काफी देर तक चले हंगामें के बाद पुलिस ने बलप्रयोग कर उन्हें हटाया। इसके बाद भी बहनें जानें को तैयार नहीं थी, उनका कहना था कि वे अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर ही जाएंगी।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दी अनुमति।

इंदौर में बहनों को जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने से वंचित किए जाने पर बहनों के हंगामें की गूंज भोपाल तक पहुंच गई। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के संज्ञान में मामला आते ही उन्होंने एसीएस और डीजी जेल को निर्देश जारी किए और बहनों को जेलों में बंद अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए समुचित इंतजाम करने को कहा। गृहमंत्री मिश्रा के मुताबिक 11 और 12 अगस्त को बहनें जेलों में जाकर अपने भाइयों को राखी बांधकर रक्षाबंधन का पर्व मना सकेंगी।

गृहमंत्री के आदेश के बाद जेल के बाहर मायूस होकर बैठी बहनों के चेहरे पर खुशी लौट आई। उन्हें उम्मीद बंध गई है कि जल्द ही वे जेल में बंद अपने भाइयों से मिल सकेंगी और उनके सूने हाथों पर राखी बांधकर रक्षाबंधन की खुशियां बांट सकेंगी।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *