# वैशाली व्यास #
इंदौर : देश में व्याप्त कोरोना महामारी के दुष्परिणामों व प्रकोप से आज शायद ही कोई अनभिज्ञ होगा पर हम क्यों नहीं समझ रहे हैं कि इससे लड़ने का एकमात्र तरीका घर में रहकर सुरक्षित रहना है..! प्रशासन, पुलिसकर्मी ,डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टॉफ, सफाई कर्मचारी आदि हमारी सुरक्षा के लिए इस रण में अपना सब कुछ दांव पर लगाकर योद्धाओं की भांति दमखम से लड़ाई लड़ रहे हैं।
ये हमारा गैर जिम्मेदाराना रवैया ही है, जिससे यह महामारी पैर पसारती जा रही है |
मोहल्ला समितियों को दें जिम्मेदारी।
प्रशासन को चाहिए कि वह कोरोना महामारी से निपटने के लिए आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें। वह चाहे तो मोहल्ला समितियों का गठन कर उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों की जिंम्मेदारी सौंप दें। उनका दायित्व होगा कि वे किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश अपने मोहल्ले में ना होने दें, अपने ही एरिया के दुकानदारों से सामान व दूध की आपूर्ति सुनिश्चित करें। लोगों को बेवजह सड़क पर घूमने से रोकने में पुलिस की मदद करें।
जनप्रतिनिधियों से भी लें सहयोग।
क्षेत्र के पार्षद – विधायकों का भी सहयोग इस लड़ाई में लिया जा सकता है । बस सब सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें व अपने क्षेत्र की जनता तक जरूरत की सामग्री पहुंचाएं| यदि हर पार्षद अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी ले लेगा तो निश्चित ही शासन प्रशासन को इस जंग में जीत हासिल करने में मदद मिलेगी…. लॉक डाउन के गंभीर आर्थिक परिणाम भी होते हैं इसलिए हमें अपनी कार्यशैली को बदलना आवश्यक है।
वक्त एकजुट होकर लॉक डाउन के अनुपालन का है।
ये समय शासन- प्रशासन की कमियां- खामियां ढूंढने की बजाय एकजुट होकर कोरोना जैसे अदृश्य शत्रु का मुकाबला करने का है। लॉक डाउन का गंभीरता से पालन करना वक्त की जरूरत है। कोरोना को हराना है तो हमें संयमित होना होगा। थोड़ी सी परेशानी झेलनी की आदत डालनी होगी। अमेरिका, इटली और ब्रिटेन जैसे बड़े और विकसित देशों ने कोरोना के सामने घुटने टेक दिए हैं। हम लॉक डाउन के कारण ही फिलहाल कुछ बेहतर स्थिति में हैं। लॉक डाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है। हमें मानसिक रूप से इसके लिए तैयार रहना है। ‘जान है तो जहान है’ इस मूलमंत्र को अमल में लाकर हम कुछ दिन और घर में रहें तो हम कोरोना को हराने में जरूर कामयाब होंगे। देश, समाज और परिवार का बेहतर भविष्य इसी में निहित है कि हम ‘घर में रहें- सुरक्षित रहें’ ।
(लेखिका वैशाली व्यास इंदौर की जानी- मानी एंकर हैं। लेखन के साथ वीडियो न्यूज़ एडिटिंग में भी वे सिद्धहस्त हैं।)