इंदौर : आजादी की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का शुभारंभ शुक्रवार को संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्मस्थली अम्बेडकर नगर (महू) में तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी के साथ हुआ। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कविता पाटीदार, पूर्व विधायक राजेश सोनकर सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री उषा ठाकुर व तुलसी सिलावट ने मध्यप्रदेश शासन के सांस्कृति विभाग, स्वराज संस्थान संचालनालय एवं क्षेत्रीय लोक संपर्क एवं संचार ब्यूरो के संयुक्त तत्वाधन में आयोजित की गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए क्रांतिकारियों के छायाचित्र के साथ देश हित में उनके द्वारा किए गए योगदान का उल्लेख किया गया है।
मंत्री द्वय ने इसके बाद डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर महू निवासी सेवानिवृत्त मेजर सौरभ शर्मा एवं रूपेश चौहान को राष्ट्र के प्रति उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया।
राष्ट्र ऋण से उऋण होना हमारी जिम्मेदारी है।
समारोह में मंत्री उषा ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि मध्यप्रदेश देश का हृदय है। यदि हृदय में राष्ट्र भक्ति हो तो पूरे देश में इसका संचार होता है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में मातृभूमि की रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शौर्य व स्वाभिमान के प्रतीक क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हमे स्मरण कराता है कि हम सभी का राष्ट्र के प्रति जो कर्तव्य है, उसका निर्वहन करने का समय आ गया है। उन्होंने प्रदेश वासियों से अनुरोध किया कि वे अपनी घर की बैठकों में क्रांतिकारियों के चित्र लगाकर आने वाली पीढ़ी को देश धर्म के प्रति उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराएं। उन्होंने कहा कि घर में जैसे चित्र रहेंगे आने वाली पीढ़ी का वैसा ही चित्त विकसित होगा। उन्होंने कहा कि इस अमृत महोत्सव के माध्यम से हम सभी को जन जागरण का ध्वजवाहक बनकर स्वतंत्रता संग्राम में शामिल राष्ट्रीय वीरों की गाथा को जन-जन तक पहुंचाना है। देश के प्रति खुद को समर्पित करके ही हम राष्ट्र ऋण से उऋण हो सकेंगे।
आत्मनिर्भर प्रदेश का निर्माण कर सार्थक करे महोत्सव।
कार्यक्रम में मंत्री तुलसी सिलावट ने उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हमें यह अवसर प्रदान किया गया है कि राष्ट्र के लिये जिन महान लोगों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया हम उनके त्याग और समर्पण को याद कर उनके चरणों में नमन कर सके। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव तभी सार्थक हो सकेगा जब हमारे देश की युवा शक्ति राष्ट्र के साथ-साथ प्रदेश को भी गौरवशील तथा आत्मनिर्भर बनाने में अपनी सहभागीता निभाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद से किया महोत्सव का शुभारंभ।
समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन का लाइव प्रसारण देखा एवं सुना गया। आजादी का अमृत महोत्सव’ के शुभारंभ अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू, बाबा साहेब अंबेडकर, मौलाना आजाद, सरदार पटेल के सपनों के भारत को बनाने के लिए हम सभी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने संविधान, लोकतांत्रिक परंपराओं पर गर्व है। हमारे स्वाधीनता संग्राम में कितने आंदोलन हैं जो देश के सामने उस रूप में नहीं आए जैसे आने चाहिए थे। ये एक-एक संग्राम, संघर्ष अपने आप में भारत की असत्य के खिलाफ सत्य की सशक्त घोषणाएं हैं। अन्याय और शोषण के खिलाफ भारत की जो चेतना राम के युग में थी, महाभारत के कुरुक्षेत्र में थी, हल्दीघाटी के युद्ध में थी, शिवाजी के उद्घोष में थी, वही शाश्वत चेतना वही शौर्य आजादी की हर लड़ाई में अपने भीतर प्रज्जवलित करके रखा था।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के अभय घाट पर महात्मा गांधी को नमन कर अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री मोदी ने साबरमती आश्रम से 386 किलोमीटर लंबे दांडी मार्च को भी हरी झंडी दिखाई।