♦️ नरेंद्र भाले ♦️
परिणाम की बात बाद में करेंगे लेकिन मैच में इस बात का तीव्रता से एहसास हुआ कि मुकाबला सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच नहीं बल्कि टीम इंडिया के वर्तमान कप्तान विराट कोहली एवं वेस्टइंडीज के टेस्ट कप्तान, पूर्व वनडे कप्तान जेसन होल्डर , न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान डेविड वॉर्नर के बीच था। कप्तानों के बीच खेले गए इस अनोखे द्वंद में वाॅर्नर ने कोहली को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया और जेसन होल्डर ने उन्हें गोस्वामी के हाथों कैच करवाकर वापस भेज दिया। इसके बाद तो संभावनाओं से लबरेज देवदत्त (1)और फिंच (32) भी वापस लौट गए।
स्थिति उस समय शर्मसार हो गई जब मोईन अली फ्री हीट पर रन आउट हो गए। राशिद खान ने जहां से स्टम्प ताडा़ वहां से केवल एक ही नजर आ रहा था। शिवम दुबे (8), वाशिंगटन सुंदर (5) पर चलते बने।
रनों के सूखे में एबी डिविलियर्स एक बार फिर संकटमोचक बने और 39 गेंदों में 52 रनों की संजीवनी पारी खेल गए। उनके जाते ही स्कोर बोर्ड 131/7 पर थम गया। होल्डर ने 3 शिकार किए जबकि संदीप शर्मा ,राशिद खान, नटराजन ने उनका अच्छा साथ निभाया।निश्चित ही स्कोर जीतने लायक नहीं था लेकिन मोहम्मद सिराज ने श्रीवत्स गोस्वामी (साहा का विकल्प) और वॉर्नर को पहली फुर्सत में शिकार कर हलचल मचा दी। प्रियम गर्ग (1) सात गेंदें खराब कर लौट गए जबकि मनीष पांडे (24) को एडम जैम्पा ने वापस भेजा। विशेष रुप से जैम्पा ने अपनी फिरकी से किसी भी बल्लेबाज को खुलकर खेलने ही नहीं दिया।
रनों के इस अकाल में केन विलियमसन ने दर्शा दिया कि क्रिकेट की किसी भी विधा में वे एक परफेक्ट पैकेज है। उन्होंने लेग स्पिनर और ऑफ स्पिनर को एक ही अंदाज में मिड विकेट पर जो लाजवाब छक्के उड़ाए वह उनकी अकूत प्रतिभा को दर्शाने के लिए पर्याप्त है। टेस्ट मैच के अंदाज में लगाया गया उनका नाबाद अर्धशतक संयम की पराकाष्ठा रहा। ऐसा लग रहा था मानो कोई कुशल चितेरा कैनवास पर बड़ी नजाकत के साथ अनोखे रंग भर रहा है। दूसरी तरफ जेसन ने भी उम्दा होल्ड जमाया और अंतिम ओवर में लगातार दो चौके जमाकर विराट सेना को एलिमिनेट कर दिया।
भले ही रन कम बने लेकिन विराट ने असफल ही सही अंतिम समय तक बहुतेरे प्रयास किए।जंहा बेंगलुरु की यह लगातार पांचवीं हार रही हैदराबाद की लगातार चौथी विजय। पहले 3 विकेट और बाद में 20 गेंदों में नाबाद 24 रनों के दम पर होल्डर ने अपनी मजबूत गिरफ्त से बेंगलुरु को अंत तक निकलने नहीं दिया। हैदराबाद की संघर्षपूर्ण वापसी न केवल दिल्ली कैपिटल के लिए संभावनाओं से लबरेज चेतावनी है और यदि वे जीत जाते हैं तो मुंबई के लिए भी खतरे की घंटी। वाकई विलियमसन की संजीवनी पारी कोहली के साथ केन कर गई।आप भी मेरी बात से सहमत होंगें।