इंदौर : शहर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर पर 10 दिवसीय गणेशोत्सव का शुभारंभ कलेक्टर मनीष सिंह, निगमायुक्त प्रतिभा पाल एवं आईजी हरिनारायणचारी मिश्र 10 सितंबर को सुबह 10 बजे ध्वजा पूजन एवं गणेशजी को मोतियों का चोला चढ़ाकर करेंगे। परिसर स्थित सभी मंदिरों पर भी ध्वजा चढ़ाई जाएगी। गणेशजी को 51 हजार मोदक का भोग भी लगाया जाएगा। मोदक का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। मंदिर पर आकर्षक विद्युत एवं पुष्प सज्जा की गई है। सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
भक्त मंडल की ओर से अरविंद बागड़ी ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मंदिर पर चल रहा मोदक निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। प्रसिद्ध रसोईये खेमजी भाई और उनके 15 सहयोगी बंधुओं ने 51 हजार मोदक का निर्माण पूरा कर लिया है। शुक्रवार को सुबह 10 बजे कलेक्टर एवं अन्य सभी अतिथि 10 दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। मंदिर पर भव्य पुष्पबंगला भी सजेगा और शहर के संस्कृत विद्यालयों के वेदपाठी बच्चे गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करेंगे।
पहली बार चलित भजन संध्या।
गणेशोत्सव के दौरान चलित भजन संध्या का आयोजन भी होगा जिसमें पहले दिन शुक्रवार को सुरेश शर्मा, 11 सितंबर को ऋषि कुमार म्युजिकल ग्रुप, 12 सितं. को गोपाल मिश्रा, 13 को अशोक भैया सरकार, 14 को रामनिराले भक्त मंडल के देवराज शर्मा, 15 को श्रीधर झरकर छोटे पागल बाबा, 16 को दया होलकर, 17 को सुमित मधुराज, 18 को कैलाश शर्मा एवं 19 को कविता यादव गणेशजी के चरणों में भजनांजलि प्रस्तुत करेंगे। यह पहला मौका होगा जब खजराना गणेश मंदिर पर कोरोना प्रोटोकाल के चलते केवल चलित भजन संध्या होगी अर्थात भक्त गणेशजी के दर्शन करते हुए भजनों का आनंद लेंगे।
मास्क पहनना अनिवार्य ।
दर्शन की व्यवस्था महांकाल मंदिर की तर्ज पर रहेगी। आने वाले भक्तों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। जो लोग मास्क पहनकर नहीं आएंगे, उनके लिए प्रवेश द्वार पर ही मास्क की व्यवस्था रहेगी। मंदिर का मुख्य मार्ग एकांगी रहेगा। वाहनों की पार्किंग के लिए मंदिर परिसर स्थित पार्किंग स्थल का ही उपयोग करना होगा। मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट, पं. मोहन भट्ट, पं. सतपाल भट्ट एवं पं. जयदेव भट्ट के सान्निध्य में सुबह से देर रात तक गणेशजी की पूजा-अर्चना का क्रम चलेगा। इस दौरान गणेशजी को पहले दिन मोदक, 11 सितंबर को मूंग के लड्डू, 15 सितंबर को चवले के लड्डू समाजसेवी दिनेश मित्तल के सौजन्य से समर्पित किए जाएंगे। 17 सितंबर को फलाहारी लड्डू और 18 को उड़द के लड्डुओं का भोग लगेगा। अन्य दिनों के लिए लड्डुओं का क्रम शनिवार को तय हो जाएगा।