नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज का श्रद्धालुओं ने किया चरण पूजन।
14 घंटे तक चला चरण पूजन का सिलसिला।
दूध व केशर जल से किया गुरु देव का चरण अभिषेक।
स्वामीजी महाराज ने ऑनलाइन टेक्नालॉजी से देश भर के भक्तों को दिया आशीर्वाद।
इंदौर : छत्रीबाग स्थित श्री लक्ष्मी – वेंकटेश देवस्थान में मंगल हो, मंगल हो श्री स्वामीजी का मंगल हो के जयकारे के साथ दूध,केशर,जल से अभिषेक कर चन्दन और पुष्प अर्पण कर हजारों भक्तों ने नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज का चरण पूजन किया। गुरुदेव को मोगरे के पुष्प की माला धारण कराई गई। भक्तों द्वारा इलायची, मखाने, काजू से भी माला बनाकर लायी गयी थी।सजे धजे आसन पर गुरुदेव ने विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिये।
पौधे भेंट कर दिया हरियाली बचाने का संदेश।
इस अवसर पर गुरुदेव ने सभी भक्तों को हरियाली बचाओ, पेड़ लगाओ के लिए प्रेरित करते हुए 5000 से अधिक पौधों का वितरण भी किया। पौधों का इंतजाम वेंकटेश दशमेश मंडल द्वारा किया गया था। सभी आने वाले भक्तों के मस्तक पर रामानुज सम्प्रदाय का तिलक सुशोभित किया जा रहा था। भजन गायक द्वारकादास मंत्री ने गुरु भजनों का सुमधुर आनंद सभी भक्तों को पूरे समय कराया।श्रद्धालुओं ने गुरुदेव के सान्निध्य में भजनों की धुन पर नृत्य भी पेश किया।
सुबह 8 बजे प्रारंभ हुआ पूजन दोपहर 4 बजे तक चला। तीन घंटे ब्रेक के बाद शाम 7 बजे से पुनः गुरुदेव के चरण पूजन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
रात्रि के सत्र में श्री स्वामी महाराज की केशर,काजू ,बादाम, इलायची, मखाने, कमल पुष्प, जूही, मोगरा, गुलाब व अन्य सामग्री द्वारा 1008 नामों से अर्चना की गई।
इस अवसर पर पंकज तोतला, रविन्द्र धुत, राजेन्द्र सोनी, बालमुकुंद तोषनीवाल, भरत तोतला,आनंद बजाज, अंकित पाठक, अंकित सोनी, गोविंद झंवर,अंकित जाखेटिया,रंगेश बियाणी, पुखराज सोनी दिनेश गुप्ता आदि मौजूद थे।