इंदौर : रंगपंचमी पर निकली गेर व फाग यात्रा में लाखों लोगों की भीड़ जुटने की उम्मीद जिला व पुलिस प्रशासन को पहले से थी। इसी बात को देखते हुए सुरक्षा और यातायात के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। हजारों जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए गए थे। गेर मार्ग व आसपास के रास्तों पर पुलिस बल तैनात किया गया था।
सेक्टरों में बांटा गया था गेर मार्ग।
समूचे गेर मार्ग को सेक्टरों में बांटने के साथ प्रत्येक सेक्टर में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को प्रभारी बनाया गया था। राजवाड़ा पर बनाए गए अस्थायी कंट्रोल रूम के जरिए कलेक्टर मनीष सिंह और पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र गेर पर नजर रखने के साथ हालात का जायजा लेते रहे।
हालांकि गेर व फाग यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई।
सुचारू चलता रहा यातायात।
महानगर यातायात पुलिस ने डीसीपी महेशचंद्र जैन के निर्देशन में रंगपंचमी की गैर व फाग यात्रा को लेकर चाकचौबंद इंतजाम किए थे। राजवाड़ा और गेर मार्ग की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर बेरिकेटिंग कर वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया था। लोग यसवंत रोड, मच्छी बाजार, रिवर साइड रोड और एमजी रोड पार्किंग में अपने वाहन खड़े कर पैदल राजवाड़ा पहुंचे। शहर के मध्य क्षेत्र से होकर गुजरने वाले वाहनों का बड़ा गणपति से ही सुभाष मार्ग और राजमोहल्ला की ओर मोड़ दिया गया था।
सभी प्रमुख चौराहों पर की गई चेकिंग।
ट्रैफिक पुलिस के साथ संबंधित थाने के पुलिसकर्मी भी प्रमुख चौराहों पर तैनात किए गए थे।बेरिकेटिंग कर हुड़दंगियों पर नकेल कसी जा रही थी। शराब पीकर और तीन सवारी बिठाकर वाहन चला रहे युवाओं पर भी कार्रवाई की गई।
नगर- निगम ने गेर मार्ग कर था दुरुस्त।
रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर व फाग यात्रा को देखते हुए नगर निगम में खुदे पड़े गोराकुण्ड चौराहा से राजवाड़ा तक मार्ग के गड्ढे भरकर उसे गेर निकलने लायक बना दिया था।
तिरपाल से ढंकें गए शोरूम व दुकानें।
गेर में होने वाली रंगों की बौछार को देखते हुए खजूरी बाजार सहित गेर मार्ग के शोरूम व दुकानों को तिरपाल से ढंक दिया गया था। नवश्रृंगारित राजवाड़ा और गोपाल मंदिर को भी बदरंग होने से बचाने के लिए तिरपाल से ढंका गया था।