इंदौर : लोक अभियोजन मध्य प्रदेश भोपाल के तत्वावधान में संचालक लोक अभियोजन मध्य प्रदेश अन्वेष मंगलम के मार्गदर्शन में इंदौर संभाग के अभियोजन अधिकारियों की एक दिवसीय संभागीय कार्यशाला का आयोजन प्रेस क्लब, इंदौर में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन मनीषा पाठक सोनी एडीसीपी, इंदौर द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
ग्रे में से ब्लेक एण्ड व्हाईट को अलग – अलग करने वाली एजेन्सी है अभियोजन।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए मनीषा पाठक सोनी ने कहा कि सामान्य तौर पर कहा जाता है – ”नथिंग इज़ ब्लेक एण्ड व्हाईट इन द यूनिवर्स, एवरीथिंग इज़ ग्रे” किन्तु अभियोजन वह एजेन्सी है जो न्यायालय में विचारित होने वाले प्रकरण के तथ्यों में से ब्लेक और व्हाईट को अलग-अलग करके न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करती है। एडीसीपी पाठक ने अधिकारियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि अभियोजन अधिकारी निर्भयता से कार्य करें। उन्होंने कार्यशाला आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी कार्यशालाएं निरंतर होनी चाहिए
जिससे अधिकारीगण की व्यावसायिक दक्षता में वृद्धि होगी और वे न्यायालय में शासन की ओर से पक्ष अधिक मजबूती से रख सकेंगे।
बी.जी. शर्मा उपसंचालक अभियोजन इंदौर ने बताया कि संचालनालय लोक अभियोजन मध्य प्रदेश अंतर्गत समस्त संभागीय कार्यालयों पर अभियोजन अधिकारियों की व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने के लिए एक दिवसीय संभागीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में जिला अभियोजन कार्यालय इंदौर द्वारा संभागीय ”अभियोजन व्यावसायिक दक्षता संवर्धन कार्यशाला” का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विधि विशेषज्ञों द्वारा उपस्थित अभियोजन अधिकारियों को व्यावसायिक कार्य दक्षता बढ़ाने हेतु गहन एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण विभिन्न सत्रों में प्रदान किया गया।
कार्यशाला में संभाग इंदौर के तहत न्यायालय में शासन की ओर से पैरवी करने वाले अभियोजन अधिकारियों ने भाग लिया। कोविड-19 संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए शासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार उक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला के समापन सत्र में सहभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
कार्यशाला में स्वागत भाषण बी.जी. शर्मा उपसंचालक अभियोजन द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संचालन गोकुल सिंह सिसोदिया, सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी, इंदौर ने किया। आभार जिला लोक अभियोजन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव ने माना।