इंदौर: कोरोना संक्रमण के मामले लगातार डेढ़ सौ के ऊपर बनें हुए हैं। ग्रोथ रेट भी साढ़े छह फीसदी के आसपास बना हुआ है। प्रशासन ने सैंपलिंग की तादाद तो बढा ली पर उसके अनुपात में टेस्टिंग की क्षमता नहीं बढ़ाई है। ऐसे में प्रतिदिन पेंडिंग सैम्पलों की संख्या भी बढ़ रही है। केवल मंगलवार को ही 1200 से ज्यादा सैम्पल पेंडिंग हो गए। इन्हें मिलाकर बीते सात दिन में 34 सौ से ज्यादा सैम्पल बैकलोग हो गए हैं। इनकी टेस्टिंग कब और कैसे होगी, इस बारे में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन मौन है।
169 नए संक्रमित मिले..
मंगलवार को रिकॉर्ड 3842 सैम्पल लिए गए। 2638 सैम्पलों की टेस्टिंग की गई। इनमें से 2449 निगेटिव पाए गए। 169 कि रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपीट पॉजिटिव 20 पाए गए।
आज दिनांक तक कि बात करें तो कुल 162560 सैम्पलों की जांच की गई। इनमें से 9069 सैम्पल संक्रमित पाए गए। इनका औसत देखा जाए तो करीब साढ़े 5 फीसदी संक्रमित मिले हैं।
मृत्यु दर में आई कमीं
मंगलवार को केवल 1 मरीज की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई। इसे मिलाकर अब तक 337 लोगों की जिंदगी कोरोना की भेंट चढ़ गई है।मृत्यु दर में भी अब कमीं आई है। 4 फीसदी के आसपास रहने वाली मृत्यु दर अब 3.72 हो गई है।
75 मरीजों ने कोरोना को दी मात।
मंगलवार को 75 मरीज कोरोना योद्धा बनकर अस्पतालों से घर लौटे। इन्हें मिलाकर आज दिनांक तक कुल 6076 मरीज संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इसे रिकवरी रेट के बतौर देखा जाए तो करीब 67 फीसदी मरीज पूरीतरह ठीक हो गए हैं।
एक ही दिन में 12 सौ सैम्पल हुए पेंडिंग..!
मंगलवार को लिए गए सैम्पल और टेस्ट किए गए सैम्पलों में 1204 का अंतर रहा। अर्थात एक दिन में ही 1204 सैम्पल पेंडिंग हो गए। आपको बता दें कि जिले में 5 से 9 अगस्त तक ही 2358 सैम्पल पेंडिंग हो गए थे। 10 अगस्त को केवल 72 पेंडिंग सैम्पलों की जांच हुई। याने 2286 पेंडिंग बचे थे। इनमें 11 अगस्त के 1204 पेंडिंग जोड़ दिए जाएं तो एक सप्ताह में ही कुल 3490 सैम्पल बैकलॉग हो गए हैं। इतनी बड़ी तादाद में बैकलॉग सैम्पलों की जांच कब और कैसे होगी, ये भी एक बड़ा सवाल है।