इंदौर : कोरोना वायरस के संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए इंदौर में एम्बुलेंस की कमीं महसूस की जा रही थी। इस बात को ध्यान में रखकर कलेक्टर मनीष सिंह ने ओला कैब को एम्बुलेंस के रूप में उपयोग करने की पहल की।
50 ओला एम्बुलेंस की शुरुआत की।
ओला कैब को एम्बुलेंस के रूप में प्रयोग करने की पहल को हकीकत का जामा पहनाते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने शुक्रवार को नेहरू स्टेडियम में इसकी शुरुआत की। उन्होंने ओला एम्बुलेंस के ड्राइवरों को कोरोना संक्रमण के बारे में विस्तृत जानकारी देने के साथ बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर भी उनका मार्गदर्शन किया। उन्हें खुद की सुरक्षा और अपनी गाड़ी को सेनिटाइज कैसे किया जाए, इसकी ट्रेनिंग भी दी गई।
जनता को हो रही असुविधा को देखते हुए लिया फैसला।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में कुल मिलाकर 26 से 30 सरकारी एम्बुलेंस हैं। कोरोना से इतर अन्य बीमारियों के मरीज भी बड़ी तादाद में हैं जिन्हें लॉकडाउन के चलते अस्पताल लाने ले जाने में असुविधा हो रही थी। इस बात के मद्देनजर ओला एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि ओला एम्बुलेंस के चालकों को पीपीई कीटस उपलब्ध कराई गई हैं। उन्हें गाड़ी को हर घंटे में सेनिटाइज करने, एसी नहीं चलाने और मरीजों के साथ अच्छा बर्ताव करने की हिदायत दी गई है। ओला एम्बुलेंस के लिए अलग से कण्ट्रोल रूम भी बनाया गया है जिसका नम्बर 0731- 2363009 है।
केवल अस्पताल ले जाने के लिए कर सकेंगे बुक।
ओला एम्बुलेंस सेवा के प्रभारी चंद्रमौली शुक्ला ने बताया कि ओला एम्बुलेंस का उपयोग मरीजों को क्वारनटाइन सेंटर से अस्पताल और एक से दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए किया जाएगा। दिए गए नम्बर पर कॉल करने के अलावा ओला एम्बुलेंस मोबाइल एप से भी बुक की जा सकेगी। लोग घर से अस्पताल और अस्पताल से घर जाने के लिए ही ओला एम्बुलेंस को बुक कर सकेंगे। कण्ट्रोल रूम से ओला एम्बुलेंस की सतत निगरानी की जाएगी जिससे इसका दुरुपयोग न हो।