इंदौर : महू परिक्षेत्र स्थित जानापाव की पहाड़ी से साढ़े सात नदियों का उद्गम होता है। इन नदियों को पुनर्जीवित करने का बीड़ा पर्यटन मंत्री और महू की विधायक उषा ठाकुर ने उठाया है। पहले चरण में तीन नदियों को पुनर्जीवित करने का काम हाथ में लिया गया है। इंदौर प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के जरिए मंत्री उषा ठाकुर ने खुद ये जानकारी दी।
तीन नदियों की बनीं डीपीआर, गंभीर पर काम शुरू।
उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ जल और पर्यावरण सरंक्षण के लिए ये योजना हाथ में ली गई है।भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव से निकलने वाली तीन नदियों गंभीर, अजनार व बालम का पुनर्जीवन पहले चरण में किया जा रहा है। इनकी डीपीआर बनाकर केंद्र को भेज दी गई है। वहां से मंजूरी मिलते ही युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया जाएगा। मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि गंभीर नदी के पुनर्जीवन को लेकर काम शुरू भी हो गया है।
पहाड़ियों को किया जाएगा हरा- भरा।
मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि महू क्षेत्र की बंजर हो चुकी पहाड़ियों को पुनः हरा- भरा करने की योजना भी बनाई गई है। इन पहाड़ियों पर ग्रीन इंडिया के तहत बांस के पेड़ लगाए जाएंगे। इससे रोजगार का भी सृजन होगा।
नदियों में केमिकल डालने वालों पर की जाएगी कठोर कार्रवाई।
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि उद्योगों का केमिकल युक्त गंदा पानी नदियों में बहाने वालों पर शिंकन्जा कसा जा रहा है। ऐसे तत्वों की धरपकड़ की जा रही है। हाल ही में एक गांव के सरपंच, टैंकर चालक व अन्य मददगार को नदी में केमिकल उड़ेलने के आरोप में पकड़ा गया है। जल्दी ही सम्बंधित उद्योग संचालक पर भी कार्रवाई की जाएगी।