इंदौर : गर्मी, उमस और पसीने से हलाकान हो रहे इंदौर के बाशिदों के लिए शनिवार की शाम राहत का पैगाम लेकर आई। तेज हवा के बाद आसमान में उमड़- घुमड़ कर आए बादल जोरदार ढंग से बरस पड़े। पहली ही झमाझम बारिश ने गर्मी से तो राहत प्रदान की, लेकिन सड़कों पर पानी भर जाने से वाहन रेंगने लगे और जगह – जगह जाम लग गया। लोग घंटों जाम में फंसे रहे। इसी दौरान बिजली गुल होने और खुदी सड़कों ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी। बावजूद इसके मौसम की पहली झमाझम बारिश का लोगों ने दिल खोलकर स्वागत किया।
लगभग दो घंटे हुई धुंआधार बारिश।
मुंबई में बारिश होने के बाद ये उम्मीद बंध गई थी की मिनी मुंबई कहलाए जाने वाले इंदौर में भी मौसम की रंगत जल्द बदल सकती है। हुआ भी ऐसा ही, शनिवार शाम को तेज हवा चलने लगी और आसमान में बादलों ने अपनी आमद दर्ज करा दी। रात 8 बजे से धुंआधार बारिश का दौर शुरू हो गया जो रात 10 बजे तक चलता रहा। इससे बीआरटीएस सहित कई प्रमुख मार्गों और निचली बस्तियों में पानी भर गया। जगह जगह खुदी सड़कों ने वाहन चालकों की परेशानी और बढ़ा दी। एक जगह तो कार भी सड़क के गड्ढे में फंस गई, जिसे बमुश्किल निकाला जा सका।
बिजली गुल होने से मेंटेनेंस की खुली पोल।
बारिश शुरू होते पूरे शहर की बिजली गुल हो गई। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। विद्युत वितरण कंपनी के कथित मेंटेनेंस की पोल भी इस बारिश ने खोलकर रख दी। कई जगह फाल्ट के चलते घंटों शहर का बड़ा हिस्सा अंधेरे में डूबा रहा।
रिंग रोड पर लगा लंबा जाम।
झमाझम बारिश शुरू होते ही बिजली गुल होने से चौराहों पर लगे सिग्नल भी बंद हो गए। सड़कों पर जलभराव, खुदी सड़कें और सिग्नल बंद होने से यातायात का कचूमर निकल गया। रिंग रोड पर तो कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। धुंआधार बारिश के बीच इस जाम से निजात दिलाने वाला कोई नहीं था। सैकड़ों चार पहिया वाहन घंटों तक इस जाम में फंसे रहे। हालांकि इस ट्रैफिक जाम के लिए जितनी दोषी सरकारी एजेंसियां हैं, उतने ही वाहन चालक भी। नियमों का पालन करने में उन्हें पता नहीं क्या परेशानी होती है। रिंग रोड पर लगा जाम इधर — उधर से गाड़ी निकालने के चक्कर में और लंबा होता गया। गाड़ियां इस बेतरतीब ढंग से फंसी थी की बारिश का वेग कम होने के बाद भी जाम खुलने में घंटों लग गए।