टोक्यो : ओलंपिक में हिस्सेदारी के लिये भारतीय दल के अधिकांश खिलाड़ी टोक्यो पहुंच गये हैं। रविवार अलसुबह जापानी समय (भारतीय समयानुसार सुबह 7 बजे) 54 खिलाडियों सहित 88 सदस्यीय सबसे बडा भारतीय दल टोक्यो के नारिता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा, जिसमें 9 सदस्यीय बैडमिंटन दल भी शामिल है। जापान के कुर्बे सिटी की प्रतिनिधि टीम ने भारतीय दल की अगवानी की।
बैडमिंटन दल में पी.वी.सिंधु के अलावा पहली बार ओलंपिक में हिस्सेदारी करेंगे, प्रशिक्षक।
प्रशिक्षक के रूप में फीजियो भी ओलंपिक में पहली बार गए हैं।
खेलगांव में….
भारतीय समयानुसार सुबह 11बजे तक हवाई अड्डे पर ही टेस्टिंग हुई। फिर शाम 4-5 बजे तक सभी खिलाड़ियों को ओलंपिक गांव में कमरों में जगह मिल गई हैं, रियो ओलंपिक रजतपदक विजेता पी.वी.सिंधु दूसरे ओलंपिक पदक की तलाश में गई है और आवास व्यवस्था से खुश है।
सिंधु ने बताया कि उसे एकल( सिंगल)रुम मिला है जिसमें एक पलंग है, वह खुश है कि उसकी फीजियो इवान्गिलने बादाम को भी पास मे ही रुम मिला है।
बी.साईं प्रणीत, सात्विक साईंराज रैंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी पहली बार ओलंपिक में आकर खुश हैं। वे चाहते हैं कि देश के लिए पदक जीतें।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं।
इसके पूर्व नईदिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और केंद्रीय खेल राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक ने खिलाड़ियों को विदाई देते हुए जीत के लिए शुभकामनाएं दी।
भारतीय ओलंपिक संघ के सचिव राजीव मेहता ने बताया कि भारत के अधिकतर खिलाड़ी टोक्यो पहुंच गए हैं। वे 19 जुलाई को टोक्यो जाएंगे। कुछ टीमें अपने प्रशिक्षण केंद्र देश से सीधे पहुंची हैं जैसे मुक्केबाजी टीम इटली से और निशानेबाजी टीम क्रोएशिया से पहुंचेगी। 119 228 सदस्यीय भारतीय दल है, जो अब तक के ओलंपिक का सबसे बडा दल हैं।
हाँकी में पदक की उम्मीद
भारत को ओलंपिक में अब तक 28 पदक ही मिले हैं, जिनमें 9 स्वर्ण, 7 रजत और 12 कांस्य पदक शामिल हैं। सर्वाधिक 11पदक हाँकी में मिले हैं। भारत के राष्ट्रीय खेल हाँकी में 8 स्वर्ण पदक मिले है,आखिरी मास्को ओलंपिक 1980में मिला है
भारतीय हाँकी टीम के पूर्व ख्यात गोलकीपर, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी इंदौर के मीररंजन नेगी को इस बार भारतीय पुरुष हाँकी टीम से बहुत उम्मीदें है,
नेगी की राय में इस बार आस्ट्रेलिया, नीदरलैंड्स, भारत और जर्मनी सेमीफाइनल खेल सकती हैं, भारत की इस समय विश्व में चौथी रैंकिंग है और वह सभी टाँप टीमों को पिछले सालों में कभी न कभी हरा चुकी है,इस बार पाकिस्तान बाहर है,मेजबान जापान से भारत कभी नही हारा है, मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में भारत पदक ला सकता है,
भारतीय महिला हाँकी टीम दूसरी बार ही ओलंपिक में खेलेगी, वह सेमीफाइनल तक भी पंहुचेगी तो बडी उपलब्धि ही रहेगी।
धर्मेश यशलहा
वरिष्ठ खेल पत्रकार
(टोक्यो ओलंपिक विशेष )