इंदौर : डायनासोर की बातें बच्चों को हमेशा से आकर्षित करती रहीं हैं। इनपर बनी फिल्में इसी कारण सफल भी रही हैं। बुधवार को एमरल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल में डायनासोर पार्क का शुभारंभ एक सादे समारोह में प्रिंसेस आलिया के आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के निदेशक श्री मुक्तेश सिंह ने की। यहां प्रवेश करते ही बच्चों को लगा मानो किसी दूसरी दुनिया में कदम रख दिया हो। हजारों साल पुराने प्राणियों और वनस्पतियों के जीवाश्म, प्राचीन लेख जैसी कई वस्तुएं देखकर वे हैरान रह गए। हजारों साल पहले भी महिलाएं बनने-संवरने पर उतना ही ध्यान देती थीं, जितना आज के फैशन के दौर में। ऐसे में हजारों साल पुरानी ज्वेलरी देखना भी सभी के लिए अनोखा अनुभव रहा। यहां आए बच्चों और उनके परिजनों को प्रिंसेस आलिया ने इन जीवाश्म के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी।
प्रिंसेस आलिया गुजरात के खेरा स्थित राजपरिवार से ताल्लुक रखती हैं। जीवाष्म के प्रति उनके स्नेह के चलते उनकी पहचान डायनासोर प्रिंसेस के रूप में भी दुनिया में हो चुकी है। वहां उन्होंने डायनासोर पार्क तैयार किया है, जहां हजारों साल पुराने अंडों के जीवाश्म सहित कई दुर्लभ वस्तुएं हैं।
पार्क में प्रदर्शित की गई प्रमुख वस्तुएं ।
1. लाखों साल पुरानी वनस्पतियों के जीवाश्म।
2. 7 मिलियन साल पुराने जानवरों के जीवाश्म।
3. प्राचीन भारत से लेकर आधुनिक भारत में प्रचलित सिक्के।
4. भारत के प्राचीन लेख।
5. 1000 साल पुरानी ज्वेलरी।
6. 100 साल पुराना जेनबाक्स कैमरा।
7. करीब 300 से ज्यादा साल पुराने चावल से बने कागज पर लिखी भारतीय भाषाएं।
8. ब्रिटिश काल का स्टेपलर।
9. प्राचीन सुरमादानी।
10. महान मराठा शासन काल में युद्ध के दौरान इस्तेमाल होने वाली लीड से बनी गोलियां।
11. ऐतिहासिक मुहर।
12. 1000 साल पुराने शिलालेख।
13. मेवाड़ साम्राज्य के दौरान इस्तेमाल होने वाले तोप के गोले।
14. प्राचीन मनके और गले के हार।
15. ब्रिटिश काल में इस्तेमाल होने वाले स्टाम्प पेपर।
16. प्राचीन स्याही के पेन और स्केल।
17. हनुमानजीत के मंदिर के टोकन सिक्के।
18. प्राचीन तलवारों के हेंडल।
19. प्राचीन स्विस चाकू।
20. सुपारी तोड़ने का चाकू।
21. ऊंट के चमड़े से बनी इत्र की प्राचीन बोतल।
22. 90 साल पुराना दाढ़ी बनाने का उस्तरा।
23. प्राचीन काल में बड़ी हवेलियों की सुरक्षा में लगने वाले विशाल तालों की चाबियां।