इंदौर : राज्य सरकार ने 12वीं की परीक्षा के लिए ड्यूटी करने वाले सभी शिक्षकों का वेक्सिनेशन कराने का निर्णय लिया है। जून ,जुलाई में विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। ऐसे में प्राध्यापक व महाविद्यालयीन कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर ड्यूटी के लिए उपस्थित रहेंगे, उन्हें भी कोरोना संक्रमण से सुरक्षित करने हेतु प्राथमिकता के आधार पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जाना चाहिए।
यह मांग बीजेपी नेता खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविन्द मालू ने करते हुए कहा कि इस बारे में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव से भी चर्चा की गई है। उनसे कहा गया कि प्राध्यापक
शैक्षणिक कार्य के साथ-साथ परीक्षा संचालन , परीक्षा फॉर्म, काउंसलिंग जैसे छात्र हित के कार्यों हेतु महाविद्यालय में उपस्थित रहते हैं। उनकी कोरोना से बचाव व सुरक्षा के मद्देनजर शासन द्वारा वेक्सिनेशन का निर्णय प्राथमिकता के आधार पर लिया जाना चाहिए।
उच्च शिक्षा मंत्री नें कहा कि परीक्षा सम्बन्धी गतिविधियां प्रारम्भ होने के पूर्व प्राध्यापक और विवि कर्मचारियों के टीकाकरण की योजना सरकार बनाएगी।
मालू ने कहा कि अशासकीय महाविद्यालय प्राचार्य संगठन के अध्यक्ष डॉ. राजीव झालानी और सचिव डॉ. सचिन शर्मा ने इस आशय का मांग पत्र मुझे दिया था। उसी सन्दर्भ में उच्च शिक्षा मंत्री से चर्चा कर कॉलेज और विवि के प्रोफेसर व कर्मचारियों के वैक्सिनेशन की प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ करने का अनुरोध किया गया है। उच्च शिक्षा मंत्री ने इस बारे में सकारात्मक रुख दर्शाया है।