तुर्की निर्मित ड्रोन से पाकिस्तान ने किया था भारतीय शहरों पर हमले का प्रयास

  
Last Updated:  May 9, 2025 " 08:09 pm"

36 स्थानों पर सैकड़ों ड्रोन के साथ की हमले की कोशिश।

भारत की सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए मार गिराए पाकिस्तानी ड्रोन।

जम्मू – कश्मीर सीमा पर पाकिस्तान की हैवी फायरिंग का भारत ने दिया माकूल जवाब।

विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में दी गई जानकारी।

नई दिल्ली : भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तानी सेना द्वारा 8 मई की रात भारतीय शहरों पर किए गए हमले के साथ भारत की जवाबी कार्रवाई की जानकारी दी। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि पाकिस्तान ने हमले में संभवतः तुर्की निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल किया था। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा मार गिराए गए ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच से पता चला है कि वे तुर्की निर्मित असिसगार्ड सोंगार मॉडल थे, जिन्हें आमतौर पर निगरानी और सटीक हमलों के लिए डिप्लॉय किया जाता है।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी के अलावा इंडियन आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयर फोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।

36 स्थानों पर हवाई घुसपैठ की कोशिश नाकाम।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 7 और 8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने पश्चिमी सीमा पर भारतीय हवाई क्षेत्र का बार-बार उल्लंघन किया, जिसका उद्देश्य सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना था। इसके अलावा, उसने नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर के हथियारों से गोलीबारी की। कर्नल सोफिया ने बताया कि भारतीय शहरों में 36 स्थानों पर पाकिस्तान ने करीब 300 से 400 ड्रोन के साथ घुसपैठ की कोशिश की। भारतीय सशस्त्र बलों ने काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक साधनों का उपयोग करके पाकिस्तानी ड्रोन्स को मार गिराया।

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘पाकिस्तानी हमले के जवाब में भारत ने उसके 4 एयर डिफेंस साइट पर सशस्त्र ड्रोन लॉन्च किए. इनमें से एक भारतीय ड्रोन ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस रडार को नष्ट करने में सफलता पाई। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में उरी, पुंछ, मेंढर, राजौरी, अखनूर और उधमपुर में हेवी कैलिबर आर्टिलरी गन और आर्म्ड ड्रोन का उपयोग करके हमला करने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय सेना के कुछ जवान घायल हो गए। भारतीय जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया। रात में स्थिति तब और बिगड़ गई जब पाकिस्तान के एक सशस्त्र यूएवी ने बठिंडा सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने का प्रयास किया, जिसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेप्ट करके नष्ट कर दिया।’

नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा पाक।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान द्वारा की गई भड़काऊ और आक्रामक कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से और पूरी ताकत से जवाब दिया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने 7 मई को रात 8.30 बजे भारत पर एक असफल और अकारण ड्रोन व मिसाइल हमला करने के बावजूद अपना नागरिक हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया। पाकिस्तान नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, यह अच्छी तरह से जानते हुए कि भारत पर उसके हमले से भारत का एयर डिफेंस रिस्पॉन्स काफी तीव्र होगा। यह भारत और पाकिस्तान के बीच इंटरनेशनल बॉर्डर पर उड़ान भरने वाले अंतरराष्ट्रीय विमानों सहित नागरिक विमानों के लिए सुरक्षित नहीं है।

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