दो दिव्यागों को रोजगार के लिए स्वीकृत की गई सिलाई मशीन।
किसी को इलाज़ तो किसी को स्कूली फीस के लिए मिली सहायता।
जनसुनवाई में कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने नागरिकों की समस्याएं सुनकर दी तात्कालिक सहायता।
इन्दौर : कलेक्टर आशीष सिंह ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में सम्पन्न हुई जनसुनवाई में नागरिकों की समस्याएं सुनी और उनका यथासंभव मौके पर ही निराकरण किया। उन्होंने अनेक जरूरतमंदों को इलाज़, स्कूल फीस तथा सिलाई मशीन के लिए तात्कालिक सहायता रेडक्रास से स्वीकृत की। जनसुनवाई में अन्य अधिकारियों ने भी नागरिकों की समस्याएं सुनकर उनका निराकरण किया। ऐसे आवेदन जिनका मौके पर निराकरण नहीं हो सका, उनके निराकरण के लिए समय सीमा तय की गई।
जनसुनवाई में खुलसुम और प्रज्ञा वर्मा को सिलाई मशीन स्वीकृत की गई। कलेक्टर आशीष सिंह को प्रज्ञा ने बताया कि मैं जन्मजात दिव्यांग हूं। मैंने 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की है। मैं फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही हूं। मैं फैशन डिजाइनिंग से रोजगार पाना चाहती हूं। मुझे सिलाई मशीन की जरूरत हैं। कलेक्टर आशीष सिंह ने रोजगार के लिए तुरन्त ही सिलाई मशीन स्वीकृत की। इसी तरह मल्हार पलटन में रहने वाली खुलसुम ने बताया कि मैं दिव्यांग हूं। रोजगार का कोई साधन नहीं है, मुझे सिलाई आती है, परन्तु सिलाई मशीन नहीं है। कलेक्टर ने गम्भीरता से उसकी बात को सुनकर तुरन्त ही सिलाई मशीन स्वीकृत की। इसी तरह जनसुनवाई में धापु बाई, रजनी झाला, धर्मप्रकाश, सपना, विमला, शीतल जोशी, चंद्रशेखर, राजेश मकवाना, सपना, नारायण, तरूण शर्मा, राहुल, राजेश, शांतिबाई, हेमलता सूर्यवंशी, कीर्ति देवीचरण,बबीता, प्रकाश, ललित तथा पूनम चांदकी सहित अन्य जरूरतमंदों को भी तात्कालिक आर्थिक सहायता दी गई।
जनसुनवाई में अपर कलेक्टर श्रीमती सपना लौवंशी, रोशन राय, राजेन्द्र रघुवंशी सहित अन्य अधिकारियों ने भी नागरिकों की समस्याओं को सुना। अधिकांश प्रकरण संपत्ति विवाद, घरेलू विवाद आदि के थे। इनके निराकरण की समय सीमा तय कर अधिकारियों को सकारात्मक निराकरण के निर्देश दिए गए।