इंदौर : बनारस में काशी विश्वंनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कर उसके प्रांगण में देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा स्थापित किए जाने पर पीएम मोदी को धन्यवाद देने के लिए अहिल्या उत्सव समिति और महानगर विकास परिषद के बैनर तले प्राचीन प्रिंस यशवंत रोड क्षेत्र स्थित इंद्रेश्वर महादेव मन्दिर पर रुद्राभिषेक और राजवाड़ा उद्यान स्थित अहिल्या प्रतिमा पर लघु रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। विद्वान ब्राह्मणों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच इंद्रेश्वर महादेव मन्दिर में अरविंद उपाध्याय और अहिल्या प्रतिमा पर अंशुल मित्तल ने सपत्नीक शिवलिंग का पूजन व अभिषेक दूध और फलों के रस से किया। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, पूर्व पार्षद सुधीर देडगे, रत्नेश बागड़ी, स्मिता हार्डिकर, केंद्रीय खनिज विकास निगम की संचालक ज्योति तोमर, पद्मा भोजे, कंचन गिदवानी, शरयु वाघमारे, कमलेश नाचन, चंद्रकांत पराड़कर, सुधीर दांडेकर व अन्य विशिष्टजन इस दौरान मौजूद रहे।
देवी अहिल्याबाई के वारिस बनकर आए हैं पीएम मोदी।
इस मौके पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सुमित्रा महाजन ने कहा कि 250 वर्ष पूर्व काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनः निर्माण शिवभक्त देवी अहिल्याबाई होलकर ने करवाया था। उसके बाद अब जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन्दिर का जीर्णोद्धार कर उसे भव्य स्वरूप प्रदान किया है।यही नहीं देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा भी वहां स्थापित की है।इसके लिए उनका जितना धन्यवाद किया जाए, कम है। ऐसा लगता है जैसे प्रधानमंत्री मोदी देवी अहिल्याबाई के वारिस बनकर आए हैं।
इंद्रेश्वर मन्दिर का भी हो जीर्णोद्धार।
उन्होंने कहा कि इंद्रेश्वर मन्दिर इंदौर की पहचान रहा है। इसके जीर्णोद्धार के बारे में भी सोचा जाना चाहिए।