इंदौर : आखिर हमारा शहर इंदौर भी देश के उन टॉप शहरों में आ ही गया जो सर्वाधिक कोरोना संक्रमित शहरों में गिने जाते हैं। अर्थात इंदौर 16 वा ऐसा शहर बन गया है जहां 5 हजार या उससे अधिक संक्रमित मरीज पाए गए हैं। बुधवार 8 जुलाई को संक्रमितों की संख्या 5 हजार के पार हो गई। मृत्यु दर के मामले में भी इंदौर का औसत, राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
45 नए संक्रमित मिले, 5 हजार के पार पहुंचा आंकड़ा।
बुधवार को सैम्पलिंग की रफ्तार तो तेज रही पर टेस्टिंग की धीमीं। कुल 2295 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे, 1392 की ही जांच हो पाई। 1338 निगेटिव पाए गए। 45 में संक्रमण की पुष्टि हुई। 2 सैम्पल रिपीट पॉजिटिव मिले जबकि 7 जांच योग्य नहीं होने से खारिज किए गए। आज दिनांक तक के आंकड़ों की बात करें तो कुल 97482 सैम्पलों की जांच हो चुकी है। इनमें 5043 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर मरीज ठीक हो गए हैं।
अप्रैल में मृत मरीजों की अब हो रही पुष्टि..,,!
आंकड़ों की हेराफेरी के आरोप स्वास्थ्य विभाग पर पहले भी लगते आए हैं, लेकिन अब तो उसके द्वारा जारी किए जा रहे मृत्यु संबंधी आंकड़ें खुद उसकी पोल खोल रहे हैं। अप्रैल में जब कोरोना का संक्रमण पीक पर था, उस दौरान हुई मौतों के आंकडों को छुपाया गया, उनकी अब जाकर पुष्टि की जा रही है। बुधवार को कोरोना से 3 मरीजों की मौत होने की जानकारी दी गई है। इनमें एक मौत अप्रैल में होने की पुष्टि खुद स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। ऐसा केवल बुधवार के जारी आंकड़ों में ही नहीं किया गया है, बल्कि इसके पहले भी यह खेल चलता रहा है, जो प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की मंशा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। आज दिनांक तक कि बात करें तो कोरोना से अब तक कुल 255 मरीजों की मौत की पुष्टि की गई है। इसका कुल संक्रमित मरीजों की संख्या से औसत निकाला जाए तो 5 फीसदी से ऊपर आता है जो राष्ट्रीय मृत्यु दर से कहीं ज्यादा है।
32 मरीजों को संक्रमण से मिला छुटकारा..
ऐसा नहीं है कि कोरोना संक्रमण के मामले में सबकुछ गलत हो रहा है। बड़ी तादाद ऐसे मरीजों की भी है, जो कोरोना को मात देकर सामान्य जीवन जी रहे हैं। बुधवार को ही 32 मरीज कोरोना से उबरकर घर लौटे। इन्हें मिलाकर अब तक 3903 मरीज कोरोना के खिलाफ जंग जीत चुके हैं, जिनका औसत करीब 77 फीसदी है।