इंदौर : लोकतंत्र को शरीर माने तो न्यायपालिका उसका दिमाग, कार्यपालिका उसके हाथ, और विधायिका उसके पैर है, जबकि खबरपालिका उसका दिल है। जिसतरह दिल 24 घंटे काम करता है, उसी तरह खबरपालिका भी अनवरत काम करती रहती है। उसका काम लोकतंत्र को जोड़ना व मजबूत करना है। ये कहना है देश के वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रताप वैदिक का। वे मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा गुरुवार को स्थानीय होटल में आयोजित ‘संवाद’ कार्यक्रम में स्थानीय समाचार संस्थानों के संपादकों एवं पत्रकारों के साथ गुफ्तगू कर रहे थे।उन्होंने कहा कि पहले पत्रकारिता के साथ स्वार्थ जुड़ा नहीं होता था लेकिन अब यह सुविधाभोगी हो गई है।
आयोजन की औपचारिक शुरुआत डॉ वैदिक के स्वागत से हुई। इसके बाद इंदौर के ख्यात रंगकर्मी सुशील गोयल को मातृभाषा उन्नयन संस्थान एवं इंदौरी घराना द्वारा ‘इंदौर गौरव’ सम्मान प्रदान किया गया।
पहले पत्रकारिता व्रत हुआ करती थी अब वृत्ति बन गई है।
संवाद कार्यक्रम में वुमंस प्रेस क्लब की अध्यक्ष शीतल रॉय ने डॉ वैदिक से कई सवाल पूछें सवाल के जवाब में डॉ वैदिक ने कहा कि ‘ आज मीडिया का स्वरूप बदल गया है। पहले पत्रकारिता व्रत हुआ करती थी, अब वृत्ति हो गई है। पत्रकार और नेताओं को देश से कोई लेना देना दिखाई नहीं देता। सबसे बड़ा अखबार सबसे ज्यादा डरता है।’ उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष नहीं होना दुर्भाग्य की बात है। यह नुकसानदायक है।’
डॉ वैदिक ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मोदी किसी को नहीं डराते, बल्कि हमें डरना बंद करना चाहिए।
योरोपीय यूनियन की तर्ज पर हो वृहद भारत।
डॉ वैदिक ने कहा कि वे अखण्ड भारत नहीं बल्कि वृहद भारत की कल्पना करते हैं। प्राचीन आर्यावर्त की तरह वे सभी देश जिनमें भारतीय संस्कृति की महक मौजूद है, आपस में जुड़ें।योरोपीय यूनियन की तर्ज पर उनका एक महासंघ बनें।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक के साथ शहर के पत्रकारों और संपादकों से बातचीत में देश के कई ज्वलंत मुद्दों,विदेश नीति, किसान आन्दोलन इत्यादि विषयों पर चर्चा हुई। इनमें वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिंदुस्तानी, संजीव आचार्य, गौरव चतुर्वेदी, प्रवीण खारीवाल, हर्षवर्धन प्रकाश, रवि चावला, सहित संस्थान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ नीना जोशी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नितेश गुप्ता, रोहित त्रिवेदी, कवि गौरव साक्षी, वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के भारत शर्मा, संजय पंजवानी, प्रयास थ्रीडी से राघव सिंह सहित कई विद्वतजन उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संयोजन मातृभाषा उन्नयन संस्थान, वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स एवं प्रयास थ्रीडी व् मैजिक इंटरप्राइज़ के साझा प्रयासों से हुआ। कार्य्रकम के अंत में आभार संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने माना।