इंडस्ट्री 5.0 और मानव-मशीन समन्वय पर एक होगी सारगर्भित चर्चा।
इंदौर : प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (PIMR) 22-23 फरवरी 2025 को 20वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस, पीआईकॉम-25, का आयोजन करने जा रहा है। “बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन की पुनर्परिभाषा इंडस्ट्री 5.0 के युग में मानव-मशीन समन्वय” थीम के तहत यह कांफ्रेंस वैश्विक स्तर पर प्रमुख शिक्षाविदों,शोधकर्ताओं और उद्योग विशेषज्ञों को एक मंच पर लाएगी ताकि व्यापार की भविष्य की दिशा तय करने में मानव और मशीन के बीच बढ़ते सहयोग का अध्ययन कर नई संभावनाएं खोजी जा सके।
पीआईएमआर के समूह निदेशक डॉ. एसएस भाकर ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 350 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों के साथ, इस सम्मेलन में देश के 18 से अधिक राज्यों kजैसे गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, बिहार, केरल, उत्तरप्रदेश और दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य राज्यों से करीब 300 प्रतिनिधि भाग लेंगे। क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरु, जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर. नीलू जबलपुर, नाग नागपुर, भोपाल और इंदौर तथा भोपाल के प्रमुख संस्थान और देश के आईआईएम संस्थानों के प्रतिनिधि भी इसमें भाग ले रहे हैं। इसके अलावा अमेरिका, यूके, कनाडा, बांग्लादेश और रूस जैसे देशों के अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ता भी इस आयोजन में सहभागी होंगे।
डॉ. भाकर ने बताया कि सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ. अर्पण भारद्वाज, कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन होंगे। दीपक सिंह, संभागीय आयुक्त, इंदौर विशेष अतिथि के बतौर मौजूद रहेंगे।
सम्मेलन में ख्यातनाम हस्तियों को पीआईएमआर प्रबंधन उत्कृष्टता पुरस्कार, यंग लीडर अवॉर्ड 2025 और उत्कृष्ट अंतरिक्ष वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
शैक्षणिक योगदान को समृद्ध करने के लिए, चयनित उच्च-गुणवत्ता वाले शोध पत्रों को स्कोपस, क्यू 01और क्यू 02 सूचीबद्ध पत्रिकाओं, एबीडीसी, वेब ऑफ साइंस और यूजीसी केयर-सूचीबद्ध पत्रिकाओं में प्रकाशन के लिए विचार किया जाएगा।
सम्मेलन में डॉ. जस्टिन पॉल (स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के डीन और एनएमआईएमएस यूनिवर्सिटी में मैनेजमेंट एजुकेशन के प्रोवोस्ट) और अजय सेवकारी, (मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रोस्पिरा (पूर्व में ब्रिजस्टोन) इंडिया ऑटोमोटिव प्रोडक्ट्स प्रा. लिमिटेड) प्रमुख वक्ता के बतौर अपने विचार रखेंगे। पीआईकॉम-25 के मुख्य आकर्षण ।
पीएचडी अधिसूचनाएँ और विशेष मान्यताएँ: लॉयल्टी अवॉर्ड (10 और 25 वर्षों का जुड़ाव)।
न्यूनतम अवकाश पुरस्कार।
सर्वश्रेष्ठ पीएचडी थीसिस (मैनेजमेंट) प्रतियोगिताः प्रमुख शोधकर्ताओं को मान्यता देना।
सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र पुरस्कारः विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता को सम्मानित करना।
योग्यता आधारित छात्र पुरस्कारः 21 उच्च-प्राप्ति करने वाले छात्रों को सम्मानित करना।
‘हाई-इम्पैक्ट फैक्टर’ पत्रिकाओं में प्रकाशन पर शोध सम्मेलनः प्रतिष्ठित विद्वानों से प्रकाशन।
मार्गदर्शन ।
सम्मेलन स्मारिका और स्टेटस पेपर्स का विमोचन।
सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि पैनल में शलभ चतुर्वेदी, प्रबंध निदेशक, भारत और सार्क क्षेत्र – केस कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट, सीएनएच इंडस्ट्रियल, देवेश मोहन, निदेशक जीएसआई सेल्स एंड लीडरशिप कोच, शिव मोहन, पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक, इसरो व शिक्षाविद, साहिल नायर, वरिष्ठ सहयोगी निदेशक, केपीएमजी, सिद्धार्थ राजहंस, राजनयिक, प्रोफेसर और वैश्विक दूता शामिल हैं।
सामाजिक सेवा पर है इंडस्ट्री 5.0 का फोकस। पीआईएमआर के समूह निदेशक डॉ.भाकर ने बताया कि बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन की परिभाषा मूलतः यूरोप की देन है। शेष विश्व उसे फॉलो करता है। इंडस्ट्री 4.0 का जोर मुनाफा कमाने पर था लेकिन 5.0 में सामाजिक सेवा और पर्यावरण को प्रमुखता दी गई है। उन्होंने कहा कि एआई से रोजगार छीने जाने की बात सही नहीं है, जरूरत इस बात की है कि हम वक्त की जरूरत के अनुरूप खुद को तराशे और नई तकनीक को आत्मसात करें। उन्होंने माना कि एआई के मामले में भारत में अभी बहुत कुछ किया जाना शेष है।