इंदौर : पुलिस कमिश्नर इंदौर ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर और अपराध समीक्षा हेतु बुधवार को पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई।इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए।
बैठक में अति. पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) इंदौर मनीष कपूरिया, पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) इंदौर राजेश हिंगणकर, पुलिस उपायुक्त ज़ोन-1 अमित तोलानी, प्रभारी पुलिस उपायुक्त ज़ोन-2 रजत सकलेचा, पुलिस उपायुक्त ज़ोन- 3 धमेन्द्र सिंह भदौरिया, पुलिस उपायुक्त ज़ोन-4 राजेश कुमार सिंह, पुलिस उपायुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) निमिष अग्रवाल, पुलिस उपायुक्त (आसूचना एवं सुरक्षा) रजत सकलेचा सहित नगरीय क्षेत्र के सभी अति. पुलिस उपायुक्त, सभी सहायक पुलिस आयुक्त एवं समस्त थाना प्रभारी गण उपस्थित रहें।
त्योहारों के मद्देनजर जारी किए दिशा, – निर्देश।
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा शहर में अपराध नियंत्रण के साथ ही आगामी दिनों में आने वाले सभी त्यौहारों (मोहर्रम, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गोगा नवमी, गणेश चतुर्थी, स्वतंत्रता दिवस आदि) को सर्वोच्च प्राथमिकता से लेते हुए, शहर में शांति पूर्ण एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और सभी नागरिकगण सुरक्षित माहौल में पूरे हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाएं इसके लिए, सभी अधिकारियों को आवश्यक तैयारी करने के संबंध में दिशा-निर्देश दिए।
1.आगामी समय में आने वाले सभी त्यौहारों की एक लिस्ट बनाकर, उनका एक कैलेंडर तैयार करें। उस कैलेंडर को सभी अधिकारी एवं थाना प्रभारी अपने सामने रखते हुए, प्रतिदिन उसके हिसाब से कार्ययोजना के तहत कार्य करें।
- थाना क्षेत्र में उक्त त्यौहारों के आयोजन व आयोजकों आदि के संबंध में पूर्ण जानकारी- यथा स्थान, दिनांक, समय, समारोह हो तो उसका रूट, संबंधित आयोजक के नाम व फोन नंबर आदि सभी जानकारियां पुलिस अपने पास रखें और उसके अनुसार पुलिस व्यवस्था लगाएं।
- त्यौहारों के दौरान निकलने वाले चल समारोह एवं यात्रा तथा पांडालों की पूर्ण जानकारी के साथ, आयोजकों ने उसकी अनुमति ली है कि नहीं उसे भी चेक करें।
- त्यौहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनायें रखने हेतु क्षेत्र में शांति समिति की बैठक, गणमान्य नागरिकों एवं आयोजकों की निरंतर थाना स्तर एवं वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर बैठक लेकर, बेहतर आपसी समन्वय स्थापित करने का प्रयास करें।
- सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील धार्मिक स्थलों को विशेष रूप से चिन्हित करते हुए, वहां पर फिक्स पिकेट, मोबाइल पेट्रोलिंग सहित उचित पुलिस व्यवस्था लगी हो, यह सुनिश्चित करें।
- धार्मिक आयोजन के दौरान यदि कोई पूर्व में विवाद हुआ हो तो, उसकी भी जानकारी रखते हुए, विवाद करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध समुचित प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करें।
- सोशल मीडिया पर उन्माद फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखे और उनके विरूद्ध कड़ी व प्रभावी कार्रवाई की जाए।
- सभी अधिकारीगण इस बात पर विशेष ध्यान दे कि, सभी धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरें लगे हैं और चालू अवस्था में हैं या नहीं उन्हें चेक कर, तदनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें।
- स्वंतंत्रता दिवस एवं आगामी त्यौहारों को देखते हुए सघन जांच, पेट्रोलिंग के साथ ही शहर के सभी होटल, धर्मशाला एवं प्रमुख स्थानों पर लगातार चेकिंग की जाए। बाहर से आने वाले आगन्तुकों की गतिविधियो पर नजर रखी जाए।
बैठक के दौरान पुलिस कमिश्नर इंदौर द्वारा नगरीय क्षेत्र की पुलिस की कार्यप्रणाली के तहत ज़ोनवार अपराधों की समीक्षा भी की गयी।
- ज़ोन-1 में कुछ अपराधों मे कमी आई है और पुलिस ने कई क्षेत्रों में बेहतर कार्य किया है, हालाकि कुछ अपराधों में और सुधार की गुंजाइश है, इसके लिए उन्होनें ज़ोन-1 के समस्त अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को निर्देश दिए।
- ज़ोन-2 में संपत्ति संबंधी अपराधों (चोरी/नकबजनी/लूट आदि में) में पूर्व की अपेक्षा कमी आई है। उन्होनें ज़ोन-2 के समस्त अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे उनके क्षेत्र के आउटर एरिया में पड़ने वाले क्षेत्रों जो कि अन्य जिलों से जुड़े हुए हैं, वहां पर विशेष सर्तकता बरतें, क्योंकि अक्सर अपराधी इन्हीं बाहरी क्षेत्रों से शहर में आकर अपराधों को अंजाम देते हैं।
- इसी प्रकार से ज़ोन-3 में कई संगीन अपराधों (चैन स्नेचिंग, लूट) आदि में कमी आई है, क्षेत्र में छेड़खानी आदि की वारदातों पर भी पुलिस का अच्छा नियंत्रण रहा है।
- ज़ोन-4 में भी समीक्षा के दौरान अपराधों पर बेहतर नियंत्रण पाया गया है। पुलिस कमिश्नर ने सभी को और अच्छे से कार्य करने के लिए कहा साथ ही जहां पर कमी पाई गयी उसके लिए सभी को हिदायत भी दी गयी।
अपराध नियंत्रण एवं बेहतर पुलिसिंग के लिए दिए ये निर्देश।
- पूर्व अपराधियों एवं असामाजिक तत्वों की सभी जानकारी का डेटा रखते हुए, उनकी हर गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें।
- क्षेत्र के गुंडे/बदमाशों, कुख्यात अपराधियों की लिस्ट बनाकर रखने एवं उन्हें अपराध न करने के लिए पाबंद करने हेतु समय-समय पर उचित प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करें।
- क्षेत्र में अवैधानिक गतिविधियों पर नियंत्रण हेतु लगातार पेट्रोलिंग, नाईट गश्त, सघन चैकिंग कर, अपराधियों एवं असामाजिक तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाए।
- संगठित अपराधियों एवं माफियाओं की हर गतिविधि की जानकारी रखी जाए और उनके विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाए ताकि कोई भी गैंग शहर में पनपने न पाएं।
- शहर में ऐसे स्थान जहां चोरी, वाहन चोरी, लूट, चेन स्नेचिंग आदि की वारदातें ज्यादा होती है, उन स्थानों को चिन्हित कर उनके लिये विशेष कार्ययोजना बना कर, इनमें संलिप्त बदमाशों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करें।
- क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा सीसीटीवी कैमरें लगवाने हेतु अपने क्षेत्र में पड़ने वाली दुकानों, संस्थानों, प्रतिष्ठानों से संपर्क कर, उन्हें कैमरों का महत्व बताते हुए, इसके लिये प्रेरित करें।
- सोशल मीडिया पर भी अपनी पैनी नजर बनाएं रखें, ऐसा कोई भी व्यक्ति जो सोशल मीडिया पर भ्रामक, झूठी, या ऐसी आपत्तिजनक पोस्ट/मैसेज/विडियों प्रसारित करता है, जिससे सांप्रदायिक उन्माद फैल सकता है, उसके विरूद्ध तत्काल उचित वैधानिक कार्रवाई करें।
- सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री भेजने वाले के विरूद्ध यदि पूर्व में यदि कोई कार्रवाई हुई हो तो, उस पर भी कड़ी नजर रख, प्रतिबंधात्मक कदम उठाएं जाएं।
फिंगर प्रिंट एप में अपलोड रहेगी अपराधियों की कुंडली।
इंदौर पुलिस द्वारा सिटीजन कॉप एप के सहयोग से एक नई फिंगरप्रिंट एप बनाई गई है, जिसमें अपराधियों का डिजिटल डाटा अपलोड किया गया है। इसे एक डिवाइस के माध्यम से अपराधी का फिंगरप्रिंट लगाने से ही उसके संबंध में सारी जानकारी पुलिस के पास आ जाएगी और पुलिस मौके पर ही तत्काल कार्रवाई कर सकेगी।