पोलोग्राउंड क्षेत्र में बीपीओ कर्मी की हत्या का पर्दाफाश, 5 आरोपी गिरफ्तार, पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर रची थी हत्या की साजिश

  
Last Updated:  October 18, 2021 " 06:08 pm"

इंदौर : पोलोग्राउण्ड क्षेत्र में 5 दिन पूर्व हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में पांच आरोपियों को बाणगंगा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डीआईजी मनीष कपूरिया ने सोमवार को प्रेस वार्ता के जरिए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि
टेलीपर्फोमर कंपनी के कर्मचारी आकाश मिडकिया की पत्नी ने ही अपने प्रेमी मैनेजर के साथ मिलकर हत्या का षडयंत्र रचा था। प्रेमी मैनेजर ( नर्सिंग हेड ) मनीष शर्मा ने अपने बाउंसर व साथियों के जरिए आकाश मिडकिया की हत्या करवाई थी।

डीआईजी कपूरिया ने बताया कि पुलिस थाना बाणगंगा क्षेत्र के पोलोग्राउंड विद्युत मण्डल के सामने 13 अक्टूबर 2021 को सुबह करीबन पौने आठ बजे अज्ञात मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने आकाश पिता यशवंत मिडकीया की आंखों में मिर्ची झोंकने के बाद चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। इस मामले में थाना बाणगंगा पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 302 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सीसीटीवी फुटेज से मिले अहम सुराग।

डीआईजी कपूरिया के मुताबिक इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस टीमों का गठन करने के साथ मृतक आकाश मिडकिया के घर वाल्मीकि नगर एवं घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चैक किए गए, जिनमें मृतक के घर एवं घटना स्थल पर रैकी करते हुए हीरो डीलक्स मो.सा. पर पीली व काले रंग की शर्ट पहने हुए दो संदेही दिखाई दिए । उक्त दोनों सदेही पोलोग्राउण्ड विद्युत मण्डल के सामने आकाश मिडकिया की हत्या कर फरार हो गए । पुलिस ने संदेहियों की तलाश व पहचान हेतु सीसीटीवी कैमरों को चैक करते हुए करीबन 90 कि.मी. का रुट ट्रैक किया। ट्रैक किए रुट पर करीब 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गए और 50 से अधिक लोगों से प्रकरण में पूछताछ की गई । सीसीटीवी फुटेज में संदेही इन्दौर से ग्रामीण क्षेत्र के रास्ते से चिंतामन जवासिया उज्जैन जाते दिखे । जिला उज्जैन के कण्ट्रोल रुम स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी फुटेज में चेक करने मो सा का रजिस्ट्रेशन नंबर MP13 EU – 299 मिला । उक्त नंबर के रजिस्टर्ड पते के आधार पर उज्जैन जिले के आधा दर्जन गावों में जाकर सीडी डीलक्स मोटर साइकिलों की तस्दीक की गई । पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज , संदेही मनीष शर्मा से पूछताछ एवं आसूचना संकलन में आये साक्ष्यों के आधार पर आकाश मिडकिया के अंधे कत्ल के षड्यंत्र का पर्दाफाश कर षडयंत्र में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। डीआईजी के मुताबिक आरोपियों के नाम
01. मनीष शर्मा पिता रामेश्वर लाल शर्मा उम्र 35 साल , नर्सिंग हेड ( मैनेजर ) अमलतास अस्पताल , बांगर जिला देवास 2. जीतू उर्फ जितेन्द्र पिता लीलाधर वर्मा ( हाउसकिपिंग इंचार्ज ) उम्र 43 साल निवासी ग्राम जामगोद , जिला देवास 3. अर्जुन मण्डलोई पिता मनोहर मण्डलोई उम्र 28 साल निवासी ग्राम अमल्या पिपलिया , जिला देवास , 4. अंकित उर्फ बिट्टु पिता चंदरसिंह पंवार उम्र 23 साल निवासी हीरामिल की चाल , कोयला फाटक , जिला उज्जैन और 5. वर्तिका पति आकाश मिडकिया उम्र 29 साल निवासी वाल्मीकि नगर , जिला इन्दौर को पकड़ा गया।

पति को रास्ते से हटाने के लिए प्रेमी के साथ मिलकर रचा षड्यंत्र।

जांच में पाया गया कि आकाश मिडकिया और वर्तिका श्रीवास्तव दोनों उज्जैन में रहते थे। प्राइमरी स्कूल में दोनों साथ में पढ़ाई करते थे । आकाश व वर्तिका ने करीबन डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह किया था । उज्जैन में आकाश पर कर्जा होने के कारण वह अपने परिवार के साथ इन्दौर शिफ्ट हो गया था। आकाश विजयनगर की टेलीपफॉर्मर कंपनी में काम ( वर्क फ्रॉम होम ) करता था। मृतक की पत्नी वर्तिका अमलतास अस्पताल देवास में एचआर मैनेजर के पद पर काम करती थी। इसी अस्पताल के मैनेजर ( नर्सिंग हेड ) मनीष शर्मा से वर्तिका के अंतरंग संबंध होने की बात सामने आयी । दोनों के उक्त संबंधों की जानकारी वर्तिका के पति आकाश मिडकिया को मिलने पर आकाश ने वर्तिका को फटकार लगाई। आकाश ने देवास जाकर मनीष शर्मा को धमकी भी दी थी। इसी के चलते मनीष शर्मा और वर्तिका दोनों परेशान थे। आकाश को रास्ते से हटाने के लिये मनीष शर्मा ने अस्पताल में हाउस कीपिंग इंचार्ज जीतू वर्मा के साथ मिलकर आकाश की हत्या का षड्यंत्र रचा। हत्या के लिए मनीष ने अपने बाउंसर अर्जुन मण्डलोई और उसके दोस्त अंकित उर्फ बिट्टु पंवार को तैयार कर हत्या की साजिश रची। षडयंत्र के मुताबिक मनीष शर्मा हत्या के कुछ दिन पहले ही राजस्थान चला गया। आकाश मिडकिया की हत्या के लिए जीतू वर्मा के द्वारा अर्जुन मण्डलोई और अंकित उर्फ बिट्ट को मोटरसाइकिल एवं मोबाईल फोन उपलब्ध कराया गया। आकाश मिडकिया रोजाना सुबह 07 बजे अपनी पत्नी वर्तिका को अस्पताल जाने के लिए एलआईजी चौराहे पर छोड़कर आता था । अर्जुन व अंकित ने वर्तिका के बताए अनुसार दो तीन बार आकाश व वर्तिका की एक्टिवा का पीछा कर घर एवं रुट देख कर हत्या का स्थान निश्चित किया । तय योजना के मुताबिक अर्जुन व अंकित दोनों मोटरसाइकिल से दिनांक 12.10.2021 को रात्रि में 01.00 बजे इन्दौर पहुंचे और सुवह 06 बजे तक इन्दौर रेल्वे स्टेशन पर रुके रहे । घटना दिनांक 13.10.2021 को सुबह साढ़े छः बजे आकाश के घर के सामने गार्डन के पास जाकर खड़े हो गये । सुबह 07.00 बजे आकाश जब वर्तिका को छोड़ने एक्टिवा से निकला। जब वर्तिका को बस में बैठाकर वह वापस घर आ रहा था तब अर्जुन व अंकित ने घटना स्थल पोलोग्राउण्ड विद्युत से मंडल के सामने आकाश मिडकिया को गाड़ी अडाकर रोका और उसकी आँखों में लाल मिर्ची डालने के बाद चाकुओं से गोद दिया। षडयंत्र के तहत आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए चाकू मारने के दौरान आकाश से कहा कि भैया के पैसे लोटा देना । आकाश की हत्या करने के बाद आरोपी पुलिस को गुमराह करने के लिए आधा इन्दौर ग्रामीण क्षेत्र के रास्ते से फरार हो गए। बाद में मोटरसाइकिल एवं मोबाइल फोन जीतू वर्मा के सुपुर्द किया एवं मनीष शर्मा को फोन पर आकाश की हत्या की सूचना दी थी। आरोपी अर्जुन मण्डलोई ने अपनी पहचान छुपाने के लिए अपनी सिर व दाड़ी के बाल कटवा कर मुण्डन करा लिया था।

हत्या के इस मामले का पर्दाफाश करने में सीएसपी निहित उपाध्याय , बांणगंगा थाना प्रभारी निरीक्षक राजेन्द्र सोनी एवं उनकी टीम उनि स्वराज डाबी , उनि योगेश गरासिया , उनि आलोक मिठास , प्र.आर. 2903 शैलेन्द्र मीणा , प्राआर . 1691 राजीव यादव , आर . 1155 राजकुमार चौबे , आर . 3144 रविन्द्र रघुवंशी , आर . 3500 हीरामणि मिश्रा , आर . 3313 प्रदीप शर्मा , आर . 679 राहुल यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही। जिला देवास के बीएनपी थाना प्रभारी निरी , मुकेश इजारदार एवं सउनि मनोज पटेल ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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