● `किताबी ज्ञान से बाहर शोध, रचनात्मकता पर ध्यान केंद्रित करें छात्र’।
● कबीर कैफ़े बैंड की धुनों पर झूमा प्रेस्टीज संस्थान।
● प्रख्यात तबला, सितार वादक ने दी यादगार प्रस्तुति।
इंदौर : व्यक्तित्व को निखारने के लिए किताबी ज्ञान से बाहर निकल कर शोध एवं रचनात्मकता पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए । व्यक्तित्व कौशल के साथ रचनात्मक विकास पर भी छात्रों को ध्यान देना चाहिए। ये विचार देवास राजघराने के महाराजा विक्रम सिंह पवार ने प्रेस्टीज प्रबंध एवं शोध संस्थान, इंदौर के वार्षिक महोत्सव “मंथन” के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के बतौर व्यक्त किए। उन्होंने छात्रों से इस बदलते वैश्विक परिदृश्य में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए विदेशी भाषा सीखने का भी आग्रह किया।
मंथन का रंगारंग आगाज।
इसके पूर्व कला, संगीत और साहित्य के क्षेत्र के दिग्गजों की उपस्थिति में प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के मेगा वार्षिक उत्सव “मंथन” का महाराजा विक्रम सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर और मां सरस्वती का आह्वान कर किया।
इस अवसर पर प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. डेविश जैन ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि मंथन, मनोरंजन और उत्साह का मेल है जो छात्रों को उनके व्यक्तित्व को निखारने और शैक्षणिक विकास में मदद करता हैं । डॉ. जैन ने बताया कि इस तीन दिवसीय महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर की कुल सत्रह प्रतियोगिताएं होंगी जो इसे वास्तव में एक सामाजिक और सांस्कृतिक महोत्सव बनाती हैं।
संस्थान के वरिष्ठ निदेशक डॉ. देवाशीष मलिक ने कहा कि मंथन प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान का सबसे प्रतिष्ठित आयोजन है। छात्र और फैकल्टी महीनों पहले पूरे उत्साह के साथ इस आयोजन की तैयारी शुरू कर देते हैं। मंथन छात्रों को कक्षा से बाहर निकलने और शिक्षकों व अन्य छात्रों के साथ टीम में काम करने के लिए मंच प्रदान करता है।
सितार और तबले की पेश की गई जुगलबंदी।
इस अवसर पर प्रसिद्ध सितार वादक वसंत शर्मा और तबला वादक राहुल वेनी ने जुगलबंदी पेश कर मेहमानों और छात्रों का मनोरंजन किया। संस्थान की छात्राओं द्वारा नृत्य तथा मुसिक बंद द्वारा संगीत का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
मंथन के प्रथम दिन फोटोग्राफी प्रतियोगिता – “शटर क्लिक”, रंगारंग प्रस्तुति प्रतियोगिता “आर्टवर्क”, रॉक बैंड प्रतियोगिता “बैटल ऑफ बीट्स”, गायन प्रतियोगिता “रिदम एंड ब्लूज़”, नाट्य प्रतियोगिता “थिएटर शो” आयोजित की गई।
कबीर कैफे ने झूमने पर किया मजबूर।
पहले दिन का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध भारतीय इंडी फोक फ्यूज़न संगीत बैंड “कबीर कैफे” द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन था, जिसमें छात्रों और प्रतिभागियों ने संगीत की धुन का आनंद लिया।
कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. सतनाम उबेजा ने बताया कि मंथन की विभिन्न प्रतियोगिताओं में 55 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के 1500 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। मंथन के प्रायोजक “शॉप किराना” हैं।
मंथन के दूसरे दिन शुक्रवार को भी कई कल्चरल एवं मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।