भोपाल : पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भौंरी में प्रशिक्षणरत वर्ष 2019 बैच के प्रोबेशनर आईपीएस अधिकारियों ने शनिवार को टी टी नगर स्टेडियम पहुंचकर खेल सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों और अर्जुन अवॉर्डी खेल प्रशिक्षकों से चर्चा कर अनुभव साझा किए। उन्होंने साइ स्पोर्ट्स सेंटर पहुंचकर भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
एम पी केडर के प्रोबेशनर आईपीएस अधिकारियों के छह सदस्यीय दल में अभिनव विश्वकर्मा, ऋषिकेश मीणा, सुश्री प्रियंका शुक्ला, विनोद मीणा, मोती वी आर रहमान और अभिषेक आनंद शामिल थे।
भारतीय पुलिस सेवा के उक्त सभी अधिकारी विभिन्न खेलों में विशेष रूचि रखते हैं। विनोद मीणा बैडमिंटन के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं।
*खिलाड़ियों को दी जा रही अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं।*
संचालक खेल और युवा कल्याण पवन कुमार जैन ने दल के सभी सदस्यों का खेल प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों से परिचय कराया। उन्होंने खेल गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न खेल अकादमियों के माध्यम से खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे खिलाड़ी मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग खिलाड़ी ऐश्वर्य प्रताप सिंह और चिंकी यादव के उत्कृष्ट प्रदर्शन का जिक्र करते हुए बताया कि दोनों खिलाड़ियों ने भारत को शूटिंग खेल में ओलंपिक कोटा दिलाया है।
चर्चा में दल के सदस्यों द्वारा यह पूछे जाने पर कि खेलों के दौरान खिलाड़ी पर प्रेशर होने की स्थिति में हालात का मुकाबला कैसे करते हैं? तब हॉकी प्रशिक्षक अर्जुन एवं द्रोणाचार्य अवॉर्डी राजिन्दर सिंह ने बताया कि अच्छा प्लेयर वही है जो प्रेशर में भी खेल का बेहतरीन प्रदर्शन करता है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के साथ हुए रोमांचक हाकी मैच का संस्मरण सुनाते हुए बताया कि भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए मैंने पाकिस्तान की हॉकी से ही खेल कर पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक लगाई।
इस मौके पर उपस्थित अर्जुन अवॉर्डी सेलिंग कोच जी एल यादव और अर्जुन अवॉर्डी रोइंग कोच दलबीर सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए।
*खेल के जुनून से मिली सफलता*
मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी के प्रतिभावान अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने बताया कि बचपन में मैं पढ़ाई में बहुत कमजोर था। लेकिन खेल में मेरी बचपन से ही रुचि रही और मैंने इसी फील्ड में कुछ कर गुजरने ठानी। मेरे चचेरे भाई जो शूटिंग अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे थे उन्होंने मुझे शूटिंग खेल के लिए प्रोत्साहित किया। शूटिंग अकादमी के लिए मैंने ट्रायल दिया और पहले ट्रायल में असफल रहा लेकिन दूसरे ट्रायल में मेरा सिलेक्शन हो गया। इसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मेरी मेहनत और प्रशिक्षकों के सहयोग से मैं आज इस मुकाम पर पहुंचा हूं। मेरी इच्छा है कि मैं ओलंपिक में भारत के लिए पदक अर्जित करूं। इसी तरह मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की प्रतिभावान खिलाड़ीें चिंकी यादव ने भी अपने अनुभव शेयर किए।