इंदौर : पितृ पर्वत पर स्थापित श्री पितरेश्वर हनुमान धाम शहर का एक प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थल बन गया है। बीती 13 फरवरी से लेकर अभी तक 10 लाख से अधिक श्रद्धालु श्री पितरेश्वर हनुमान के दरबार में अपनी हाजिरी बजा चुके हैं। सभी को भोजन प्रसादी का वितरण भी किया गया।
पितृ पर्वत को तीर्थ और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने वाले बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि श्री पितरेश्वर हनुमान धाम की भव्यता को दिव्यता प्रदान करने के लिए प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत भागवत कथा, रामकथा, शिवपुराण, सुंदरकांड, राम संकीर्तन और अतिरुद्र महायज्ञ आदि धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किये गए। नगर भोज भी दिव्यता प्रदान करने का ही एक अनुष्ठान है।
बच्चों और युवाओं के लिए गतिविधियां चलाएंगे।
कैलाशजी की माने तो श्री पितरेश्वर हनुमान खुद पितृ पर्वत पर आकर विराजित हुए हैं।रामभक्त हनुमान बच्चों और युवाओं के आदर्श हैं। इसलिए उनके लिए यहां सालभर प्रभु हनुमान से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां चलाई जाएंगी। बच्चे और युवा उनसे प्रेरणा लें और सकारात्मक ऊर्जा यहां से लेकर जाएं ये हमारी कोशिश होगी। इससे उनके जीवन को सही दिशा मिल सकेगी। सन्त- महात्माओं का आवागमन भी यहां निरन्तर चलता रहेगा।
विद्याधाम के महामंडलेश्वर करेंगे पितरेश्वर हनुमान धाम की देखरेख।
श्री विजयवर्गीय ने बताया कि नगर भोज के बाद श्री पितरेश्वर हनुमान धाम की सेवा और देखरेख का जिम्मा विद्याधाम के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती को सौंप दिया जाएगा। उन्हीं के मार्गदर्शन में सारी व्यवस्थाएं संचालित होंगी।
शुद्ध देशी घी का प्रसाद किया जाएगा वितरित।
कैलाशजी ने बताया कि श्री पितरेश्वर हनुमान धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रतिदिन गाय के शुद्ध घी से निर्मित प्रसाद न्यूनतम शुल्क पर उपलब्ध कराया जाएगा।इसी के साथ पितरेश्वर हनुमान को अर्पित करने के लिए चने- चिरौंजी का प्रसाद भी उपलब्ध रहेगा।