बतौर एंकर मीनल ने बनाई अलग पहचान

  
Last Updated:  March 4, 2022 " 09:43 pm"

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष :-

राजेन्द्र कोपरगांवकर

चेहरे पर हमेशा खिली रहने वाली मुस्कान, बातचीत में झलकती सौम्यता, आत्मविश्वास से भरा व्यक्तित्व और काम के प्रति समर्पण। एक ऐसी शख्सियत जिसकी उपस्थिति से ही माहौल खुशनुमा हो जाता है। हम बात कर रहे हैं हमारी लम्बे समय तक सहयोगी रहीं मीनल जैन की।

एंकरिंग में बनाई अलग पहचान।

ओटीजी चैनल से करीब 16-17 वर्ष पूर्व एंकर के बतौर अपना कैरियर शुरू करने वाली मीनल ने बाद में एसआर टाइम में भी बरसों तक न्यूज़ एंकर के रूप में अपनी सेवाएं दी। उस समय मैं एसआर टाइम का संपादक हुआ करता था। ऐसा कई बार हुआ जब उन्हें न्यूज़ के साथ प्रोग्राम एंकरिंग और स्क्रिप्टिंग की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी निभानी पड़ती थी लेकिन कभी उनके चेहरे पर शिकन नहीं आई। स्क्रीन पर उनकी मौजूदगी अलग ही प्रभाव छोड़ती थी। साफ व स्पष्ट उच्चारण और खबर को उसकी पृष्ठभूमि के अनुरूप उसी लहजे के साथ पेश करना मीनल की खासियत रही।विपरीत परिस्थितियों में भी शांत रहकर मुस्कुराते हुए अपने दायित्व को कैसे अंजाम दिया जाता है, यह मीनल से सीखा जा सकता है। जो भी उनके संपर्क में आया, प्रभावित हुए बिना नहीं रहा। जबतक मीनल दफ्तर में रहती, माहौल को तनावमुक्त बनाए रखती थी। सहकर्मियों के साथ तालमेल बिठाकर अपनी जिम्मेदारियों को अंजाम देना उन्हें बखूबी आता था।

बहुआयामी प्रतिभा की धनी।

न्यूज़ एंकरिंग के साथ मीनल ने कई कार्यक्रमों टीवी शोज में भी एंकरिंग की। इसी के साथ धार्मिक सीरियल और वेब सीरीज में डबिंग भी उन्होंने की। इसके अलावा गायन और चित्रकला में उनकी खासी रुचि रही और आज भी है। मीनल की बहुआयामी प्रतिभा का ग्राफ यहीं खत्म नहीं होता। वे हैंडबॉल और बास्केटबॉल की निष्णात खिलाड़ी भी रही हैं। स्कूल में रहते इन दोनों खेलों में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर मप्र टीम का प्रतिनिधित्व किया।

माता- पिता का मिला साथ।

मीनल बताती हैं कि उनका जन्म एक मध्यमवर्गीय महाराष्ट्रीयन परिवार में हुआ। तीन बहनों में वह सबसे बड़ी थी। उनका कोई भाई नहीं था पर माता- पिता ने हमेशा हम तीनों बहनों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। जो हम करना चाहते थे, उसमें हमारा साथ दिया। अच्छी शिक्षा व संस्कार दिए। यही कारण है हम तीनों बहनों ने अपनी जिंदगी में ऊंचा मुकाम हासिल किया।

नई पौध को कर रहीं संस्कारित।

मीनल ने ओटीजी चैनल में सहयोगी रहे नीतेश जैन से विवाह किया। उनकी एक प्यारी सी बेटी सानवी है। अपनी मां की तरह सानवी भी पढाई के साथ चित्रकला और नृत्य में पारंगत होती जा रही है। 10 वर्षों से अधिक समय तक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दमदार उपस्थिति दर्ज कराने के बाद अब मीनल निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने और संस्कारित करने का काम कर रहीं हैं। इसी के साथ स्वतंत्र रूप से एंकरिंग व डबिंग का काम भी वे जारी रखे हुए हैं।

महिला दिवस पर हम अक्सर सेलेब्रिटीज या बड़े ओहदे को सुशोभित करने वाली महिलाओं को ही आइकॉन के बतौर पेश करते हैं लेकिन हमारे आसपास ऐसी कई महिलाएं हैं जो घरेलू जिम्मेदारियों के साथ अपनी प्रतिभा के बल पर अलग पहचान बनाने में कामयाब रहीं हैं। वे भी किसी आइकॉन से कम नहीं हैं। मीनल जैन भी ऐसी ही एक आइकॉन है।

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