अगले 2 सालों में इंदौर ऐसा शहर होगा कि लोग यहां आकर बसेंगे।
इंदौर : इंदौर नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल का कहना है कि इंदौर को बेंगलुरु, चेन्नई की राह पर जाने से रोकना हमारी जिम्मेदारी है । अगले 2 सालों में इंदौर में जल संरक्षण की दिशा में इतना काम हो जाएगा कि लोग दूसरे शहरों को छोड़कर बसने के लिए इंदौर आएंगे ।
निगमायुक्त प्रतिभा पाल बुधवार शाम जाल सभागृह में अभ्यास मंडल द्वारा आयोजित 61 वी ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला में ‘जल संरक्षण’ विषय पर संबोधित कर रही थी । उन्होंने कहा कि पानी का संरक्षण करना समय की सबसे बड़ी मांग है । बड़े शहर चाहे चेन्नई हो या बेंगलुरु हमारा इंदौर भी भूजल दोहन के मामले में उसी राह पर जा रहा है । इंदौर में कभी जमीन के अंदर 100 फीट पर पानी आ जाता था, आज 800 से 1000 फीट के बाद पानी आता है । निपानिया जैसे क्षेत्रों में दिसंबर के महीने में भी टैंकर से पानी भेजना पड़ता है। बारिश के मौसम में जो पानी आता है उसे बचाना और उसका संरक्षण करना हमारा दायित्व है।
इंदौर के लोग कोई भी काम दिल से करते हैं।
उन्होंने कहा कि इंदौर एक ऐसा शहर है जो हर काम को दुनिया के दूसरे शहरों से पहले कर लेता है । इस समय दिल्ली में तीन तरफ कचरे के पहाड खड़े हुए हैं , जबकि इंदौर में आकर देखेंगे तो यहां कचरे का उद्योग चलता हुआ नजर आएगा। हमने इंदौर में कचरे के पहाड़ को 5 साल पहले ही खत्म कर लिया है । इंदौर के लोगों में विजन है । चाहे कोई भी काम हो इंदौर के लोग दिल से करते हैं।
वर्षा जल संरक्षण जरूरी।
उन्होंने कहा कि वर्षा जल के संरक्षण का काम इंदौर की जनता ने अपने हाथों में लिया है । यह सभी को मालूम है कि इंदौर की जमीन में 6 से 7 फीट तक काली मिट्टी होती है । हमारा लक्ष्य है कि हम उस मिट्टी के नीचे बारिश के पानी को पहुंचाएं ताकि भूजल का स्तर ऊपर उठ सके । इसके लिए हाल ही में नियमावली भी तैयार कर ली गई है ।
एक लाख घरों में वाटर रिचार्जिंग यूनिट लगाने का लक्ष्य।
आयुक्त पाल ने कहा कि हम पानी को बना नहीं सकते हैं, तो कम से कम बचा तो सकते हैं । इस समय हमारा लक्ष्य है कि जिन घरों में बोरिंग किया हुआ है, उन घरों की छतों का बारिश का पानी बोरिंग में पहुंचा दिया जाए । बारिश के पानी में टीडीएस 30 होता है , जबकि हमारे घर में लगे आरओ में टीडीएस 300 होता है । उन्होंने कहा कि इंदौर में अगले डेढ़ महीने के अंदर हम एक लाख स्थानों पर वाटर रिचार्जिंग की यूनिट लगवा देंगे । इसके साथ ही इस अभियान को पूरे शहर का अभियान बनाया जाएगा।
देश का सबसे अच्छा रहने लायक शहर बनाएंगे इंदौर।
हमारा लक्ष्य यह है कि अगले 2 वर्ष में इंदौर में हर घर और हर स्थान पर वाटर रिचार्जिंग की यूनिट स्थापित होगी । इसके बाद इंदौर एक ऐसा शहर होगा, जहां पर देश के दूसरे बड़े शहरों से लोग शिफ्ट होकर आकर रहना पसंद करेंगे । यह देश का सबसे अच्छा रहने लायक शहर होगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत आलोक खरे , रामेश्वर गुप्ता , शशिकांत शुक्ला ने किया । कार्यक्रम का संचालन हरेराम वाजपेई ने किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह मुकुंद कुलकर्णी, रस निधि कुमार गुप्ता ने भेंट किए। विषय प्रवर्तन मुकेश चौहान ने किया । अंत में आभार ओ पी जोशी ने माना।