इंदौर : 2004 में कमलनाथ की संपत्ति 5 करोड़ 18 लाख थी। बिना किसी कारोबार के वह बढ़कर 206 करोड़ कैसे हो गई, इसका जवाब कमलनाथ को देना चाहिए। ये बात बीजेपी के मालवा- निमाड़ के वार रूम मीडिया प्रभारी गोविंद मालू ने कही।
अहसान फरामोश और तानाशाह हैं कमलनाथ।
मालू ने कमलनाथ पर वंशवादी, अहसान फरामोश और तानाशाह होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में किसी नेता को पनपने नहीं दिया। अलका नाथ के बाद नकुल नाथ को आगे बढ़ा दिया। मालू के अनुसार कमलनाथ जब छिंदवाड़ा आए थे तो कृपाशंकर भार्गव ने उन्हें अपना मकान रहने को दिया था। क्षेत्र से उन्हें रूबरू करवाया लेकिन बाद में कमलनाथ ने उनसे ही मुंह मोड़ लिया। नाराज कृपाशंकर ने उनके खिलाफ चुनाव लड़ा और अपने घर की गंगाजल से शुद्धि भी की थी।
बहनोई को दिलवा दी पद्मश्री।
गोविंद मालू ने कमलनाथ पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि कमलनाथ ने केवल अपने परिवार की चिंता की। बहनोई दीपक पुरी को उन्होंने केंद्र में मंत्री रहते पद्मश्री दिलवा दी, जबकि दीपक पुरी का समाज अथवा देश की सेवा में कोई योगदान नहीं था। कमलनाथ ने जनता की चिंता कभी नहीं की।
निर्वाचन आयोग की कार्रवाई उचित।
बीजेपी मीडिया प्रभारी गोविंद मालू ने कहा कमलनाथ को स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने के निर्वाचन आयोग के फैसले को भी सही ठहराया। मालू का कहना था कि इमरती देवी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी पर कमलनाथ ने राहुल गांधी और अपनी ही पार्टी के नेताओं की सलाह दरकिनार कर माफी मांगने से इनकार कर दिया। ऐसे में चुनाव आयोग की उनके खिलाफ की गई कार्रवाई बिल्कुल सही है। मालू ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं पर उंगली उठाना कांग्रेस की आदत बन गई है।
भ्रष्टाचार के बनाए कीर्तिमान।
गोविंद मालू ने आरोप लगाया कि 15 माह की कमलनाथ सरकार ने भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान स्थापित किए। जमकर तबादला उद्योग चलाया गया। हालात ये हो गए कि पूरा प्रशासनिक तंत्र ही ठप हो गया था। कानून- व्यवस्था चौपट हो गई थी। तबादलों में भारी भ्रष्टाचार हुआ।
कमलनाथ कैबिनेट के मंत्री ने ही खोली थी पोल।
बीजेपी नेता मालू ने कमलनाथ कैबिनेट में वन मंत्री रहे उमंग सिंघार का हवाला देते हुए कहा कि सिंघार ने ही कमलनाथ सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोली थी। उन्होंने दिग्विजय सिंह पर पर्दे के पीछे से सरकार चलाने का आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर अवैध रेत खनन व शराब कारोबार को बढ़ावा देने के आरोप भी लगाए थे। इन आरोपों पर दिग्विजय सिंह ने चुप्पी साध ली थी। मालू ने कहा कि कमलनाथ ने अपने वचन पत्र का कोई भी वादा पूरा नहीं कर जनता के साथ गद्दारी की।उपचुनाव में जनता इसका माकूल जवाब कांग्रेस और कमलनाथ को देगी।