भोपाल : उपचुनाव की 28 सीटों पर उतरे भाजपा-कांग्रेस के 56 उम्मीदवारों में से 22 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें भाजपा के 10 तो कांग्रेस के 12 प्रत्याशी शामिल हैं। कांग्रेस के उम्मीदवार विपिन वानखेड़े पर सबसे ज्यादा 11 मुकदमे दर्ज हैं। भाजपा के दो उम्मीदवार मुन्नालाल गोयल और प्रद्युम्नसिंह तोमर पर 7-7 केस दर्ज हैं। सबसे ज्यादा वाहन हाटपिपल्या के कांग्रेस उम्मीदवार राजवीरसिंह बघेल के पास हैं, उनके पास कार के अलावा पोकलेन, डंपर व जेसीबी हैं।
भाजपा-कांग्रेस के इन 56 में से 30 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्हें राइफल, माउजर से लेकर महंगी बंदूकें रखने का शौक है। इनमें कुछ महिला प्रत्याशी भी हैं। इस मामले में भाजपा आगे हैं, उसके 18 प्रत्याशियों के पास शस्त्र हैं, जबकि कांग्रेस के 12 प्रत्याशियों के पास। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी गोविंदसिंह राजपूत, फूलसिंह बरैया, सुबेदार सिंह, सतीश सिंह कांग्रेस, राकेश सिंह, सत्यप्रकाश के पास सर्वाधिक तीन-तीन लाइसेंसी हथियार हैं।
कांग्रेस ने एक एमबीए, एक पीएचडी के अलावा तीन ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं जो कि इंजीनियर हैं। भाजपा ने एक डॉक्टर, एक एमबीए के अलावा एक इंजीनियर को टिकट दिया है। एक प्रत्याशी ने यूके से एमबीए किया है।
शपथ पत्र में मंत्री साक्षर, वेबसाइट पर हाईस्कूल पढ़े।
शिक्षा के मामले में अजीब हालात हैं। पोहर से चुनाव लड़ रहे राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ की सरकारी प्रोफाइल और चुनावी शपथ पत्र अलग-अलग कहानी कह रहे हैं। मप्र सरकार की वेबसाइट उन्हें राज्यमंत्री के साथ हाईस्कूल पास बता रही है, तो उन्होंने उपचुनाव में दाखिल शपथ पत्र में खुद को सिर्फ ‘साक्षर’ लिखा है।
दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों की स्थिति।
भाजपा : 28 में से 16 प्रत्याशी ऐसे हैं जो स्नातक से डॉक्टरेट तक पढ़े हुए हैं। पढ़ाई का हाल यह है कि 11 विधायक प्रत्याशी ऐसे हैं जो कभी कॉलेज नहीं गए हैं। 10 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कांग्रेस : 28 में से 12 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 12 प्रत्याशियों के पास शस्त्र का लाइसेंस भी हैं। कांग्रेस के नौ विधायक कभी कॉलेज नहीं गए हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने इंजीनियरिंग की है। दो प्रत्याशी केवल पांचवीं पास हैं।