इंदौर : कुशाभाऊ ठाकरे के जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे संगठन पर्व के तहत बूथ विस्तारक योजना प्रारंभ की जा रही है। इस योजना के तहत मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि एवं सभी पदाधिकारियों सहित 20 हजार कार्यकर्ता आगामी 20 से 30 जनवरी तक मध्यप्रदेश में हर बूथ को डिजिटल व सक्षम बनाने के लिए कार्य करेंगे। इस योजना के अंतर्गत 20 हजार कार्यकर्ता 10 दिन में 10 घंटे प्रतिदिन यानी कुल 10 दिन में 20 लाख घंटे समय का समर्पण करते हुए प्रदेश के 65 हजार बूथों पर जाने वाले हैं। कुशाभाऊ ठाकरे के जन्मशताब्दी वर्ष में शुरू होने वाली यह बूध विस्तारक योजना राजनीतिक इतिहास में अभी तक का पार्टी का सबसे बड़ा अभियान है।
‘संगठन एप’ में अपलोड होगी जानकारी।
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसौदिया, बूथ विस्तारक योजना के नगर प्रभारी अनंत पंवार और मीडिया प्रभारी देवकीनंदन तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होनें बताया कि इस अभियान के माध्यम से हमारे बूथ डिजिटल तो होंगे ही, संगठन का कार्य विस्तार भी होगा। संगठन के डिजिटलाइजेशन के लिए “संगठन“ एप भी लॉन्च किया गया है। टेक्नोलॉजी और डिजिटिलाइजेशन के इस युग में संगठन के कार्य को और बेहतर ढंग से कर सकें इसके लिए हम बूथों को डिजिटल किया जा रहा है। “संगठन“ एप्प के माध्यम से 65 हजार बूथों की जानकारी का संकलन होगा, जिसमें बूथ समिति, पन्ना समिति आदि की जानकारियों को डिजिटलाइज किया जाएगा। बूथ विस्तारक, कार्यकर्ताओं से आत्मीय संवाद करते हुए विभिन्न संगठनात्मक विषयों पर संवाद करेंगे।
सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएंगे।
बूथ विस्तारक योजना के माध्यम से कार्यकर्ता केन्द्र और
राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। बूथ विस्तारक योजना भाजपा को सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी बनाने के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
10 दिन में 100 घंटे कार्य करेंगे प्रत्येक विस्तारक।
बूथ विस्तारक योजना के अंतर्गत इंदौर नगर की छः विधानसभाओं के 28 मंडलों के 85 वार्डो के 1584 बूथों पर 354 विस्तारक 10 दिन में प्रत्येक दिन 10 घंटे का समय संगठन को समर्पित करेंगे। याने प्रत्येक विस्तारक 10 दिन में कुल 100 घंटे कार्य करेगा।
बूथ समितियों को रखेंगे सक्रिय।
बूथ समिति के सदस्यों को सक्रिय बनाए रखने के लिए संगठन द्वारा वर्ष भर में किए जाने वाले. 6 कार्यक्रम 1. 06 अप्रैल स्थापना दिवस, 2. 14 अप्रैल डॉ. अम्बेडकर जयंती. 3. 23 जून डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस, 4. जन्माष्टमी कुशाभाऊ ठाकरे जयंती, 5, 25 सितम्बर दीनदयाल जयंती, 6. 25 दिसम्बर भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी जयंती और समय-समय पर चलाए जाने वाले अभियानों से जोड़कर रखना। ऐसे कार्यक्रमों के लिए बूथ समिति में सक्रिय कार्यकर्ताओं की टोली बनाना।
अपने बूथ पर रहने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की भूमिका यूथ के सशक्तिकरण में बनाना।
पन्ना समिति का गठन।
मतदाता सूची के पन्ना के अनुसार पन्ना समिति (1 प्रमुख के साथ कम से कम 4-5 सदस्य) बनाने पर जोर देना। पन्ना समिति के अन्तर्गत आने वाले परिवारों या मतदाताओं के संपर्क में रहना, अपने बूथ के अन्तर्गत बस्तियों, गांव, मजरा, टोला में परिवार बैठक करना। अपने बूथ का पिछले दो विधानसभा चुनाव और एक लोकसभा चुनाव के परिणाम के आधार पर ए. बी. सी श्रेणी तय करना।
परिणाम के आधार पर बूथ ग्रेडेशन।
सी. से बी में, बी. से ए. में अपने बूथ को ले जाने का प्रयास करना। पार्टी को 70 से 75 प्रतिशत सतत वोट मिलने वाले बूथ को ए + बूथ बनाना। अपने बूध को सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी बनाना। बूथ पर सभी जाति/बिरादरी/मत-पंथ के अनुसार रचना कर सहज संपर्क का प्रयास करना। उन्हें अलग-अलग कार्यक्रमों में या अभियानों में जोड़ने का प्रयास करना। अपनी बूथ समिति या पन्ना समिति में महिलाओं की पर्याप्त सहभागिता हो और उन्हें सक्रिय बनाए रखने का प्रयास हो। बूथ समिति या पन्ना समिति के माध्यम से अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के सदस्यों को जोड़ने और सक्रिय बनाए रखने के सतत प्रयास हो।
प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रेडियो/टीवी और सोशल मीडिया के अलग-अलग मंचो पर “मन की बात’ कार्यक्रम होता है। इस कार्यक्रम को बूथ कार्यकर्ता आम मतदाताओं के साथ अपने बूथ पर ही सुनें उसके बाद उसी स्थान पर बूथ समिति की बैठक करे। अर्थात “मन की बात’ का सामूहिक श्रवण, सामूहिक चिंतन और बूथ समिति की बैठक। “मन की बात’ कार्यक्रम के लिए यूथ स्तर पर एक कार्यक्रम प्रमुख बनाना।
प्रदेश कार्यालय द्वारा बूथ समिति की आवश्यक जानकारी रखने हेतु एक रजिस्टर भेजा गया है जो बूथ पर रहेगा। इसकी एक प्रति मण्डल पर रहेगी। यह रजिस्टर अद्यतन (अपडेट) होता रहे और सुरक्षित रहें। बूथ समिति की बैठक करते समय एक कार्यवाही रजिस्टर पर बैठक के निर्णय लिखना और उपस्थित कार्यकर्ताओं के हस्ताक्षर करवाना। इस कार्य की चिन्ता बूथ का अध्यक्ष/महामंत्री अनिवार्य रूप से करेगें।