मुंबई: देश के जाने – माने औद्योगिक समूह ‘टाटा’ के सर्वेसर्वा और लाखों लोगों के प्रेरणास्रोत रतन टाटा का बुधवार को निधन हो गया। उन्हें हाल ही में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वे 86 वर्ष के थे। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। रतन टाटा जितने बड़े उद्योगपति थे, उतने ही अच्छे इंसान थे। उन्होंने टाटा ब्रांड को देश और दुनिया में विश्वसनीयता का पर्याय बना दिया था। देश के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने और लाखों लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का श्रेय रतन टाटा को जाता है। वे सिर्फ उद्योग जगत के ही महानायक नहीं थे बल्कि मानव सेवा में अग्रणी रहे। दीन – दुखियों, पीड़ितों की मदद में वे हमेशा आगे रहते थे। रतन टाटा सही मायनों में भारत के रत्न थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, एनसीपी नेता शरद पवार, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश के तमाम दिग्गज राजनेता, उद्योगपति, खिलाड़ी, कलाकार, सामाजिक कार्यकर्ता, धर्म प्रमुख और गणमान्य लोगों ने रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। रतन टाटा को दिया जाए भारत रत्न। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत का कोहिनूर हमसे बिछड़ गया। वे देश का अभिमान, स्वाभिमान थे। महाराष्ट्र कैबिनेट ने बैठक कर स्व. रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की और प्रस्ताव पारित कर उन्हें भारत रत्न देने की मांग की।
भारत के अनमोल रत्न, मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का निधन
Last Updated: October 10, 2024 " 01:28 pm"
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