इंदौर : जिले के सांवेर विधानसभा उप निर्वाचन के लिए प्राप्त मतों की गणना 10 नवम्बर को सुबह 8 बजे से नेहरू स्टेडियम में प्रारंभ होगी। मतगणना दलों के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मतगणना दलों में शामिल 171 अधिकारी-कर्मचारियों को पहले चरण का प्रशिक्षण खंडवा रोड़ स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में दिया गया। इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह तथा अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर विशेष रूप से मौजूद थे। मतगणना दलों का गठन कर उन्हें दूसरे चरण का प्रशिक्षण 9 नवम्बर को दोपहर 3 बजे खंडवा रोड़ स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में दिया जाएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह ने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी उनको सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन पूर्ण गंभीरता के साथ करें। मतगणना के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तय किए गये नियम और दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही मतगणना का कार्य करें। इसके लिये वे नियम और निर्देशों का सुक्ष्मता के साथ अध्ययन करें और उसका अक्षरश: पालन करें। मतगणना के कार्य में किसी भी तरह की गलती मान्य नहीं होगी। सभी अधिकारी कर्मचारी पूर्ण सजग होकर मतगणना का कार्य करें।
कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर आर.के. पाण्डे ने विस्तार से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि अभी माईक्रो आब्जर्वर, सुपरवाइजर और गणना सहायकों की नियुक्ति की गई है। रिजर्व सहित कुल 171 माईक्रो आब्जर्वर, सुपरवाइजर और गणना सहायक नियुक्त किए गए। इसके बाद अब मतगणना दलों का गठन किया जाएगा। दल गठन के बाद 9 नवम्बर को दूसरे चरण का प्रशिक्षण होगा। मतगणना वाले दिन 10 नवम्बर को सुबह 5 बजे रैंडमाइजेशन कर मतगणना दलों को टेबल आवंटित की जाएगी। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन तथा डाक के माध्यम से प्राप्त मतों की गणना अलग-अलग होगी। प्रशिक्षण में बताया गया कि नेहरू स्टेडियम के दो हॉल में मतों की गणना का कार्य किया जाएगा। प्रत्येक हॉल में सात-सात टेबलें रहेंगी। प्रत्येक टेबल पर एक सुपरवाइजर, एक गणना सहायक और एक मॉईक्रों ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे। इस तरह एक टेबल पर तीन-तीन मतगणना कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। कुल 14 टेबलों पर 42 मतगणना कर्मी रहेंगे। इसी तरह डाक मतपत्रों की गणना के लिये पृथक से चार टेबलें रहेंगी। प्रत्येक टेबल पर एक सुपरवाईजर, दो गणना सहायक और एक मॉईक्रों ऑब्जर्वर रहेंगे। इस तरह चार टेबलों पर कुल 16 कर्मचारी डाक मतपत्रों की गणना का काम देखेंगे। मतगणना के लिये कुल 28 राउंड होंगे। दो हॉल में मतों की गणना के लिये जालियां लगाई जा रही हैं, जाली के एक तरफ मतगणना का कार्य होगा, दूसरी ओर प्रत्याशियों के अभिकर्ता बैठेंगे।
मतगणना अमले को यह भी बताया गया कि मतगणना दिवस को प्रात: 6 बजे अनिवार्यत: मतगणना परिसर में प्रवेश कर लें। मतगणना परिसर में मोबाइल फोन, तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट, माचिस व लाइटर इत्यादि पूर्णत: प्रतिबंधित है। इसलिये मतगणना कर्मी प्रवेश पत्र के अलावा कोई अन्य सामग्री लेकर कदापि न आएँ।