मल्हारी मार्तंड मंदिर तिलकपथ पर मनाया जा रहा स्थापना दिवस उत्सव।
पहले दिन अभिषेक, पूजन के साथ दी गई पारंपरिक गोंधल की प्रस्तुति।
क्षत्रिय मराठा समाज के कुलदेवता हैं मल्हारी मार्तंड।
इंदौर : शहर के श्री क्षत्रिय मराठा समाज पब्लिक ट्रस्ट द्वारा संचालित तिलकपथ स्थित मल्हारी मार्तण्ड मंदिर की स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पहले दिन 29 नवंबर को सुबह ध्वजारोहण के बाद अभिषेक किया गया। शाम सात बजे से देर रात तक गोंधल की प्रस्तुति दी गई।
बता दें कि गोंधल महाराष्ट्र की लोक परम्परा है। भगवान मल्हारी मार्तंड को प्रसन्न करने और मनोकामना पूर्ति के लिए नृत्य करते हुए भजन व लोकगीत प्रस्तुत किए जाते हैं।
इस मौके पर मंदिर में स्थित मल्हार मार्तण्ड, विट्ठल – रुक्मिणी तथा अन्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना की गई। पूजन के तहत हल्दी,विशेष रूप से सूर्य का फूल,खोपरा आदि देवी देवताओं को अर्पित किया गया। बड़ी संख्या में क्षत्रिय मराठा समाज के महिला – पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में पूजन व गोंधल में शामिल हुए।
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विकास चव्हाण ने बताया कि मल्हारी मार्तण्ड उनके समाज में कुल देवता के रूप में पूजे जाते हैं। उन्हें भगवान शिव का अवतार माना जाता है।चौहान के अनुसार इस तीन दिनी कार्यक्रम के दौरान प्रतीक रूप में भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह भी सम्पन्न कराया जाएगा।