उज्जैन : कोरोना संक्रमण के चलते इस बार बाबा महाकाल के दरबार में दर्शन- पूजन की व्यवस्था में बदलाव किया गया।मन्दिर में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया गया, जिन्होंने ऑनलाइन बुकिंग करवा ली थी। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का अनुपालन करते हुए श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के दर्शन- पूजन की अनुमति दी गई। दिनभर में 25 हजार भक्तों को ही दर्शन की परमिशन दी गई।
बिना भक्तों के हुई भस्मारती।
महाशिवरात्रि पर्व पर की गई बाबा महाकाल की भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई।
इस मौके पर राजाधिराज महाकाल का जल, दूध, दही , शहद से अभिषेक कर सूखे मेवे से श्रृंगार किया गया।
बता दें कि हर साल लाखों की संख्या में देशभर से भक्तगण महाशिवरात्रि पर बाबा महाकाल के दिव्य स्वरूप का दर्शनलाभ लेने उज्जैन आते हैं। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन ने सीमित संख्या में ही लोगों को दर्शन- पूजन की अनुमति दी।
महाशिवरात्रि पर हुआ शासकीय पूजन।
महाशिवरात्रि पर बाबा महाकाल का शासकीय पूजन दोपहर के समय किया गया। पूजन विधि पंडित घनश्याम शर्मा ने सम्पन्न कराई। पूजन में उज्जैन के संभागायुक्त संदीप यादव, एडीजी योगेश देशमुख, कलेक्टर आशीष सिंह , पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल एवं प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी शामिल हुए।
महाशिवरात्रि के मौके पर महाकाल मंदिर को खूबसूरत ढंग से सजाया गया था। रात के समय मन्दिर की छटा देखते ही बन रही थी।