इंदौर : नारी जिसके चिंतन में चंदन की चिंगारी और मनन में मायामोह को मथने वाला माद्दा होता है । नारी जो सर्वशक्तिमान और हौसलों की बुलन्द इमारत होती है । वो नारी अपने अंदर की महान शक्ति की स्वयं पहचान करें। ये विचार संस्कार कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित व्याख्यान में राष्ट्रीय कवि एवं विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ) श्याम सुन्दर पलोड़ ने व्यक्त किए।उन्होंने कहा कि महिलाओं में अनेक गुण होते हैं पर अपनी ममता की छाँह में वो सीमित होकर सबका उद्धार करने के प्रति ज्यादा चिंतित रहती है । देवी की तरह भारत में पूज्य नारी की सर्वव्यापी ताकत ही उसकी असल ऊर्जा का स्रोत है ।
इस अवसर पर डाइरेक्टर शिवम खण्डेलवाल , प्रो.शरद सिकरवार , प्रो.विजय दांडे आदि उपस्थित थे। संचालन प्रो.आयुषी जोशी ने किया। आभार प्रो.सोनू पाटीदार ने माना।
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