भोपाल : मिलावटखोरों के खिलाफ सरकार ने सख्त अभियान छेड़ा है। ‘मिलावट पर कसावट’ के इस अभियान में 37 बड़े मिलावट खोरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 12 मामलों में आईपीसी की धारा 272, 273 और 420 में प्रकरण दर्ज किए गए हैं। ये बात प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में कही। उन्होंने कहा कि खाद्य वस्तुओं में मिलावट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
कांग्रेस ने मिलावट के खिलाफ अभियान के नाम पर भ्रष्टाचार किया।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने मिलावट के खिलाफ अभियान के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया। कमलनाथ सरकार के समय लिए 8 सौ से अधिक सैम्पल अभी तक पेंडिंग पड़े हैं।
दस रुपए देकर करवा सकते हैं जांच।
नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक हमारी (बीजेपी) सरकार ने अब तक 1600 सैम्पल लिए हैं और 800 कि रिपोर्ट आ गई है। सरकार ने हर जिले में लैब दे रखी है। कोई भी व्यक्ति केवल 10 रुपए देकर खाद्य वस्तुओं की जांच करवा सकते हैं।
मिलावट खोर कितना भी बड़ा हो, छोड़ा नहीं जाएगा।
गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि मिलावट खोर व्यापारी कितना भी रसूखदार क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। लोगों का स्वास्थ्य सरकार की प्राथमिकता है।
कई उदाहरण किए पेश।
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मिलावट खोरों के खिलाफ कार्रवाई के उदाहरण पेश करते हुए कहा कि
अग्रवाल लैबोरेटरी अम्बाह में मिल्क पावडर में मिलावट पाई जाने पर कार्रवाई की गई है।
भोपाल में गर्ग स्पाइसेस पर कार्रवाई करते हुए 10 लाख रु. कीमत का मिलावटी मावा, बर्फी और पनीर जब्त किया गया।
गुना में जीएस इंडस्ट्री पर की गई जांच के दौरान धनिया और मिर्ची कलर बरामद किया गया, जिसकी कीमत 10 लाख रुपए बताई गई है।