इंदौर : बीजेपी की प्रदेश चुनाव संचालन समिति में प्रदेश सह संयोजक बनाए गए विधायक रमेश मेंदोला पार्टी नेतृत्व द्वारा लगातार की जा रही अनदेखी से नाराज हैं। चुनाव संचालन समिति की बैठकों से वे गायब हैं। समिति के प्रदेश संयोजक उमाशंकर गुप्ता के इंदौर आगमन पर भी वे पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचे। जब मेंदोला की नाराजगी को लेकर उमाशंकर गुप्ता से सवाल किए गए तो उन्होंने इसे मीडिया का शिगूफा बता दिया। उनका कहना था कि उनकी विधायक रमेश मेंदोला से बात होती रहती है। वे कतई नाराज नहीं हैं। हालांकि मेंदोला नदारद क्यों हैं, इसका कोई जवाब गुप्ता के पास नहीं था।
बता दें कि मेंदोला सबसे अधिक मतों से जीतने वाले विधायक हैं।तीन बार के विधायक होने के बावजूद उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। हाल ही में सांवेर विधानसभा उपचुनाव की जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी। उसे शिद्धत के साथ निभाते हुए मेंदोला ने तुलसी सिलावट को रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाई।मेंदोला को उम्मीद थी कि इंदौर महापौर का पद सामान्य पुरुष के लिये आरक्षित होने के बाद उन्हें महापौर पद का प्रत्याशी बनाया जाएगा, लेकिन यहां भी उनकी राह में कांटे बिछाते हुए टिकट की दौड़ से दूर करने के लिए चुनाव संचालन समिति में पदाधिकारी बना दिया गया। बताया जाता है कि इससे मेंदोला बेहद नाराज हैं और उन्होंने चुनाव संचालन समिति की बैठकों से दूरी बना ली है। उनकी नाराजगी आगे क्या रंग दिखाती है, ये देखना दिलचस्प होगा।