इंदौर : मौसम के बिगड़े मिजाज ने इंदौर सहित प्रदेश के बड़े हिस्से में लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। बुधवार 1 दिसम्बर की शाम से शुरू हुआ मावठे की बारिश का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। इस बारिश से तापमान में गिरावट आ गई और ठंड ने दस्तक दे दी। लोगों को पहली बार सिहरन का अहसास हुआ। सुबह कामकाज के लिए घरों से निकले लोगों को बारिश और ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों के ऊपर बरसाती पहनने को भी मजबूर होना पड़ा। बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी थी, जिन्होंने मौसम के बिगड़े तेवर को देखते हुए घरों में रहने में ही भलाई समझी।
ठंडी बयारों से कंपकंपाया शहर।
इस मौसम में इंदौर वासियों को पहली बार कड़ाके की ठंड ने कंपकंपाया। मावठे की बारिश ने पारे को गोता लगाने पर मजबूर कर दिया। गर्म कपड़ों से लदे होने के बावजूद लोग ठिठुरन महसूस कर रहे थे।
विवाह समारोहों पर पड़ा असर।
बेमौसम बारिश ने उन लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी, जिनके यहां विवाह समारोह का आयोजन था। खुले गार्डनों में रखे गए विवाह समारोह को ताबड़तोड़ अन्यत्र शिफ्ट करना पड़ा। कई लोगों ने रिसिप्शन निरस्त कर आगे बढ़ा दिए, हालांकि मुहूर्त के चलते शादी की रस्में नाते- रिश्तेदारों और घर- परिवार के लोगों के बीच ही सम्पन्न करा ली गई।
3 दिसम्बर को भी रहेगा असर।
मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में निर्मित कम दबाव के क्षेत्र के चलते मप्र के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बिगड़ा है। खासकर उज्जैन, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर- चंबल संभाग में बादल छाने के साथ मावठे की बारिश हो रही है, अथवा होने की संभावना है। शुक्रवार 3 दिसम्बर को भी मौसम के यही तेवर बरकरार रहने की बात भी मौसम विभाग ने कही है।